17वीं शताब्दी में निर्मित ब्रागान्ज़ा हाउस एक भव्य पुर्तगाली महल है। यह चंदोर ग्राम से सटा हुआ है। ब्रागान्ज़ा परिवार द्वारा निर्मित यह हाउस; एक एकल संरचना है; अंततः इसे दो भागों में विभाजित किया गया है जो पर्यटकों के लिए खुला रहता है। ब्रागान्ज़ा परिवार का कोई प्रतिनिधि या सदस्य आपको इस हाउस में घुमाकर अवश्य प्रसन्न होगा। इस हाउस का पश्चिमी खंड मेंजीज ब्रागान्ज़ा परिवार से संबंधित है। जबकि पूर्वी खंड परेरा ब्रागान्ज़ा परिवार से संबंधित है। इसके पूर्वी भाग में एक बडा़ कमरा है, जिसमें सेंट फ्रांसिस जेवियर के स्मृति चिन्ह को रखा गया है। वर्षों से एकत्रित इन प्राचीन कलाकृतियों को बेहद करीब से देखना अपने आप में एक अविस्मरणीय अनुभव है। 18 वीं शताब्दी में इटैलियन संगमरमर के फर्श के साथ बने सैलून, बॉलरूम, पुराने समय के आश्चर्यजनक झूमर और अलंकृत फर्नीचर इस हाउस के आकर्षण को और बढ़ा देते हैं। इसके पश्चिमी खंड में एक पुस्तकालय है, जिसे गोवा का पहला निजी पुस्तकालय माना जाता है, जिसमें अपने समय के प्रसिद्ध पत्रकार लुइस डी मेंजीज ब्रागान्ज़ा (1878-1938) द्वारा संग्रहित की गईं लगभग 5,000 पुस्तकें हैं।

अन्य आकर्षण