केरल को अनोखे भौगोलिक चिन्हों का वरदान मिला है, जो इसे एशिया के सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक बनाते हैं। इन चमत्कारिक चिन्हों में से कुछ हैं इसकी शांत निर्मल तटीय रेखा, पन्ने के तटबंधों का सम्मोहक फैलाव, समृद्ध पहाड़ी स्थल और अनोखा वन्य जीवन। यह राज्य अधिकतर हरियाली से आच्छादित है, जो इसकी यात्रा को बेहतरीन अनुभव बनाता है। यहाँ का मौसम सारे वर्ष एक सा सुहाना रहता है। केरल एक उष्ण कटिबंधीय प्रदेश है, जहाँ आप विश्राम करके शांति का अनुभव कर सकते हैं। केरल तटीय स्वर्ग है, जहाँ आप सम्मोहक समुद्री तटबंध में नौका विहार कर सकते हैं, पथरीले पश्चिमी घाटों पर पर्वतारोहण कर सकते हैं, पर्वतीय स्थानों में धुंध का पीछा कर सकते हैं, प्राचीन प्राकृतिक और आयुर्वेदिक चिकित्सा से कायाकल्प करा सकते हैं, अनछुए तटों पर चहल कदमी तथा और भी बहुत कुछ कर सकते हैं। केरल सिर्फ एक पर्यटन स्थल ही नहीं है, यह अनुभवों की एक दास्तान है। सुनहरे तटबंध, हरे समुद्र, गर्वोन्नत पर्वत श्रंखलाएँ, कला के शक्तिशाली रूप, चुनाव अनगिनत हैं और उतने ही आश्चर्य हैं जो केरल में आपकी प्रतीक्षा कर रहे हैं। यहाँ आइये और यादों का खजाना समेट ले जाइए, ऐसा खजाना जो आपके जीवन को सार्थक बनाता है। केरल में सारे वर्ष कार्यक्रम और उत्सव चलते रहते हैं, इसलिए कब कहाँ क्या हो रहा है इसकी खबर अवश्य रखिए, ताकि आप अपनी यात्रा का सम्पूर्ण लुत्फ उठा सकें। यहाँ सांस्कृतिक मेले, जैसे कोची मुजीरिस बाइनाले से लेकर केरल की प्रसिद्ध नौका दौड़ तक, उत्सवों की सूची अंतहीन है।