भारत के पश्चिमी तट पर अरब सागर के चमचमाते जल के किनारे स्थित गोवा राज्य, अपने अद्भुत समुद्री तटों, समृद्ध संस्कृति और प्राचीन प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। पहले गोवा पुर्तगालियों के अधीन था। गोवा समुद्री रेतीले तटों, जंगलों और स्मारकों का अनुपम मिश्रण है। यहां का स्वादिष्ट खानपान हर उम्र के सैलानियों को आकर्षित करता है। यहां महंगे और राजसी रिजॉर्ट और बुटीक होटलों से लेकर युवाओं के लिए छात्रावास तक उपलब्ध हैं। इसके साथ-साथ बजट के अनुकूल गेस्ट हाउस, निजी और किराए पर मिलने वाले आवास भी उपलब्ध हैं। इन्हीं पहलुओं के कारण बड़े परिवारों, एकल यात्रियों, बैकपैकर्स और अन्य यात्रियों के लिए गोवा अवकाश बिताने का एक उत्तम स्थान है। इसके साथ ही यहां वर्ष के किसी भी समय जाया जा सकता है, क्योंकि यह ऐसी जगह है जहां जाकर आप कभी निराश नहीं होगें। सर्दियों में यहां त्यौहारों का वातावरण होता है जबकि गर्मियों में यह सुहावने मौसम का अहसास कराता है, जो समुद्र में उतरने और मस्ती करने का उत्तम समय होता है। मानसून के मौसम में यह हरियाली और खूबसूरत झरनों से भरा होता है, इसलिए यह पैदल घूमने वालों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है। यहां फोटोग्राफी के शौकीनों, संस्कृति के दीवानों, इतिहास प्रेमियों और देर रात तक पार्टी करने वालों के लिए इस "सनशाईन स्टेट" में कुछ न कुछ है।प्राकृतिक सौंदर्य अक्सर रचनात्मकता का प्रेरणास्रोत होती है। गोवा ने कई प्रतिभाशाली कलाकार दिए हैं। प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट, चित्रकार, पद्म विभूषण मारियो मिरांडा ने अपनी कई बेजोड़ कलाकृतियां यहीं रहकर बनाई। वे आज भी गोआ के ग्रामीण जीवन को चित्रित करती अपनी कलाकृतियों के लिए जाने जाते हैं। मशहूर फैशन डिजाइनर वेंडेल रॉड्रिक्स भी इसी खूबसूरत राज्य से आते हैं।भौगोलिक सीमा के मामले में गोवा भारत के सबसे छोटे राज्यों में से एक है। यहां विशाल सांस्कृतिक प्रभाव और ज्ञान का विस्तार देखने को मिलता है। पुर्तगाली, महाराष्ट्रीय और कोंकणी का प्रभाव यहां की भाषा, भोजन, वास्तुकला, पोशाक और नृत्य में स्पष्ट रूप से दिखाई देता है। यहां अनेक प्रकार के त्यौहार मनाए जाते हैं, जो इसके बहु-सांस्कृतिक गौरव का प्रमाण हैं।गोवा के आकर्षण से फिल्म निर्माता, लेखक सभी मंत्र मुग्ध हैं। गोवा में अनेक भारतीय फिल्मों की शूटिंग हुई है, जिनमें गोवा के प्रसिद्ध सूर्योदय के दृश्यों, रेत, समुद्री भोजन और अविस्मरणीय अनुभवों का फिल्मांकन हुआ है। एक तरह से गोवा की आत्मा का चित्रण इन फिल्मों के द्वारा हुआ है।