उत्तर प्रदेश उन राज्यों में से एक है जो बडी खूबसूरती से भारत और समय के ज्ञात छोर तक फैले उसके प्राचीन समृद्ध इतिहास को परिभाषित और व्यक्त करते हैं। यही वह भूमि है जहां महान ऋषि प्रकट हुए,धर्म विकसित हुए और भारत के दो प्रमुख महाकाव्य रामायण और महाभारत का सृजन हुआ। हर विकसित होती सदी के साथ यह राज्य हिंदू, मुसलमान, जैन, बौद्ध और अन्य धर्मों को अपने विशाल हृदय में स्थान देते हुए भारत की समरसता को प्रमाणित करता रहा। भारत की आध्यात्मिक राजधानी वाराणसी के अलावा इस उपमहाद्वीप में बहने वाली दो महान और पवित्र नदियों गंगा और यमुना का संगम इलाहाबाद और निष्चित रूप से मुगल वास्तुकला की बौद्धिक उत्कृष्टता को खूबसूरती से संरक्षित करने वाले आगरा सहित कई ऐसे स्थान हैं जो हर यात्री में यहां के असाधारण वैभव और प्राचीनता के प्रति रुचि उत्पन्न कर देते हैं और भारत के वास्तविक स्वरूप के हर रंग को प्रदर्षित करते हैं। यहां आयोजित होने वाले कई विशेष पर्वों और समारोहों में भारत को और अधिक अन्वेषित किया जा सकता है। चाहे वह बरसाने की होली हो या इलाहाबाद में 12 साल में एक बार भारत और इसकी सीमाओं से बाहर दुनिया भर के करोडों श्रद्धालुओं के एक साथ आने का महासुयोग कुंभ हो, यहां भारत की आत्मा स्पंदित होते अनुभव की जा सकती है। भारत की संस्कृति और मानवीय आस्थाओं को अन्वेषित करने के लिए उत्तर प्रदेश की यात्रा कीजिये।