केन्द्र शासित प्रदेश दमन तथा दीव दो जिलों अर्थात दमन और दीव से मिलकर बना है। दोनों जिले भारत के पश्चिमी घाट पर लगभग 700 किमी की दूरी पर स्थित हैं। दमन इस केन्द्र शासित क्षेत्र का मुख्यालय है। दमन मुख्य भूमि पर स्थित है जबकि दीव एक द्वीप है। दमन तथा दीव दोनों जिले गुजरात राज्य के निकट हैं और एक-दूसरे से लगभग 700 किमी की दूरी पर हैं।दीव भारत के पश्चिमी तट का ठण्डी हवाओं का एक छोटा और सुन्दर द्वीप है। यहाँ वर्ष भर रहने वाली सुखद जलवायु प्रत्येक मौसम में इसे पर्यटन का केन्द्र बनाती है। 1961 तक दीव पुर्तगाल का उपनिवेश था और 1987 में गोवा से अलग होने के पश्चात अब यह केन्द्र शासित प्रदेश बन गया है। भूतकाल में शताब्दियों तक यह एक महत्त्वपूर्ण व्यापारिक केन्द्र और नौसैनिक अड्डा रहा है। धूप, रेत तथा समुद्र के सन्तुलित मिश्रण वाला यह द्वीप गुजरात के सौराष्ट्र प्रायद्वीप के शीर्ष पर स्थित है। अरब सागर की गोद में स्थित दीव में कुछ उत्कृष्ट तट तथा विगत के उपनिवेश का सम्मोहनकारी इतिहास है। दीव के शाखायुक्त ताड़ के वृक्ष जिन्हें होका कहा जाता है, सुदूर अफ्रीका से पुर्तगालियों द्वारा लाया गया था। ऐतिहासिक पुर्तगाली स्मारक, स्वर्णिम समुद्र तट, प्रदूषण रहित नीला जल, विभिन्न जल क्रीड़ाएँ तथा मृदुभाषी लोगों के कारण दियू वर्ष भार पर्यटन का केन्द्र बना रहता है।दमनगंगा नदी के मुहाने के निकट स्थित अरब सागर से मिलने वाला दमन आपके सपनों का पर्यटन स्थल हो सकता है। इसका प्राकृतिक सौन्दर्य पर्यटकों को अपने आकर्षण से यहाँ खींच लाता है। भारी भरकम भीड़ से दूर इसका सौन्दर्य, विविधता तथा शान्ति पर्यटकों को एक अद्भुत सम्मोहन में बाँध लेता है। इस सौन्दर्यशाली दुर्ग कस्बे ने अपना पुराना वैश्विक आकर्षण बनाये रखा है जहाँ 1531 से 1961 तक पुर्तगाली औपनिवेशिक शासन के अवशेष हैं। अब भी इसके किलों तथा गिरजाघरों की दीवारें अपने इतिहास को स्वयं बताती हैं। सुन्दर प्रकाश स्तम्भ, किला, समुद्र तट, गिरजाघर, तथा मुम्बई एवं सूरत से निकटता दमन को एक सुविधाजनक पर्यटन स्थल बनाते हैं। धूप, रेत, जलक्रीड़ा तथा मस्ती भरे जीवन वाला दमन शान्ति और विश्राम के लिए उपयुक्त है। यहाँ घूमने का सबसे उत्तम समय शीत ऋतु है किन्तु मानसून के समय नगर के चारों ओर पसरी हरियाली और पहुँच मार्ग अद्भुत दिखाई देते हैं। हाल ही में दमन से दीव के बीच हेलीकॉप्टर सेवा भी प्रारम्भ की गयी है जिससे इन दोनों स्थानों के पर्यटन के आकर्षण में वृद्धि हुई है।