र्कला उन लोगों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है, जो प्रकृति की गोद में आध्यात्मिक शांति की तलाश करते हैं। दक्षिणी केरल के इस छोटे से गांव में ऐसी शांति और सुकून है, जो और जगहों पर नहीं मिलती। यहां के मुख्य पर्यटक आकर्षण 2000 साल पुराने विष्णु मंदिर, शिवगिरि मठ (आश्रम) और खूबसूरत रेतीले समुद्र तट हैं जो इसे एक सुरम्‍य भव्यता प्रदान करते हैं। वर्कला, तिरुवनंतपुरम शहर से केवल 51 किमी और कोल्‍लम से 37 किमी की दूरी पर है। वर्कला समुद्र तट, जो शहर से 10 किमी दूर है, एक प्राकृतिक झरने के लिए प्रसिद्ध है। माना जाता है कि इस झरने में कुदरती उपचार के गुण हैं। इसलिए, इस समुद्र तट को 'पापनासम् बीच' के रूप में भी जाना जाता है। वर्कला, ऐसे जल क्रीड़ा के शौकीनों के लिए आकर्षण का प्रमुख केन्द्र है, जो यहां की नैसर्गिक सफेद पानी की लहरों से अठखेलियां करने आते हैं। बैकपैकर्स के लिए यह शहर सबसे पसंदीदा शहरों में से एक है। यह पर्यटकों को अपने समृद्ध भौगोलिक संसाधनों से लुभाता है।

वर्कला दक्षिणी केरल का एकमात्र ऐसा स्थान है जहां चट्टानें समुद्र की रक्षा करती हैं। भूवैज्ञानिकों के अनुसार, ये तृतीयक तलछटी चट्टानें अनोखी भूवैज्ञानिक विशेषताएं से युक्त हैं। यह एक ऐसा भूविज्ञान स्मारक है जिसे भूवैज्ञानिकों के बीच `वर्कला गठन’ कहा जाता है। माना जाता है कि लैटराइट (लाल मिट्टी) चट्टान से निकलने वाले नैसर्गिक झरने में विभिन्न खनिजों के चलते इसमें औषधीय गुण पाये जाते हैं।