यह मस्जिद पोंडा में स्थित है। इस मस्जिद का निर्माण वर्ष 1560 में बीजापुर के सुल्तान इब्राहिम आदिलशाह ने करवाया था। इसका परिसर काफी बड़ा है और इसके खंडहरों के बीच कई उद्यान और फौव्वारे हैं; जो एक शांत वातावरण बनाते हैं। मस्जिद का मुख्य नमाज़ कक्ष आयताकार है जिसकी छत नुकीले टेराकोटा टाइल से बनी हुई है। इसके दक्षिण में पानी का छोटा तालाब भी है, जिनमें 'मेहराब' डिजाइन युक्त छोटे छोटे कक्ष भी हैं। यहां आने का सबसे अच्छा समय ईद-उल-फितर और ईद-उल-जुहा के त्यौहार हैं। इस समय इसकी भव्य सजावट की जाती है।

अन्य आकर्षण