राज्य की राजधानी से लगभग 25 किमी की दूरी पर स्थित यह मंदिर भगवान नागेश को समर्पित है। यह मन्दिर प्राचीन समय में भगवान नागनाथ के नाम से जाना जाता था, जो भगवान शिव के अवतार माने जाते हैं। मंदिर के आस-पास के क्षेत्र को नागेशी के नाम से जाना जाता है। मंदिर के मुख्य आकर्षण में दीपस्तंभ (लैंप टॉवर) आधार के आस-पास देवी-देवताओं की रंगीन मूर्तियां और एक प्राचीन जल भंडार शामिल है।

अन्य आकर्षण