ग्वालियर में ख़रीदारी करना एक यादगार अनुभव है। यहां के हलचल भरे बाज़ारों में आदिवासी आभूषण, काग़ज़ की लुगदी से बनी कलाकृतियां एवं हाथ से बुनी साड़ियां जैसे अनेक प्रकार के सामान मिलते हैं, जो वास्तव में ऐसी धारणा प्रस्तुत करते हैं कि इन बाज़ारों में अब भी पुराने ज़माने का आकर्षण देखने को मिलता है। राज्य के सबसे पुराने बाज़ारों में से कुछ ग्वालियर में हैं, जहां पर आप अनेक प्रकार के सामान ख़रीद सकते हैं जिनमें स्थानीय हस्तशिल्प एवं प्रसिद्ध चंदेरी रेशमी साड़ियां शामिल हैं। लाख से बने बर्तन, वॉल हैंगिंग, आभूषण, हाथ से बुने कालीन एवं गुड़िया ख़रीदने के लिए शहर का पाटनकर बाज़ार उत्तम जगह है। ये सभी सामान आप लश्कर बाज़ार और महाराजवाड़ा बाज़ार से भी ख़रीद सकते हैं। आदिवासी आभूषण, डोकरा मूर्तियां, कपड़े आदि ख़रीदने के लिए सरकार द्वारा संचालित एम्पोरियम भी जा सकते हैं। आप अगर अपने घर यादगार के रूप में कुछ लेना चाहते हैं तो काग़ज़ की लुगदी से बनी आकृतियां उचित विकल्प होगा। यह शहर आकर्षक ऊनी कालीनों के लिए प्रसिद्ध है तथा आप किसी भी अच्छे स्टोर से इन्हें आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।

अन्य आकर्षण