काग़ज़ से बनीं सुंदर कलाकृतियां ग्वालियर के हस्तशिल्प उद्योग का एक अहम हिस्सा हैं। ग्वालियर का नागवंशी समुदाय काग़ज़ की लुगदी से विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां बनाने में संलग्न है, जिनमें पक्षी, पशु एवं अन्य सजावटी सामान प्रमुख होते हैं। ये काग़ज़ की लुगदी, रंगों एवं गोंद से बनाए जाते हैं। काग़ज़ की लुगदी से बनी वस्तुएं अपने चटकीले एवं आकर्षक रंगों के लिए प्रसिद्ध हैं। अधिकतर कलाकृतियों में आमतौर पर सुनहरी रंग पाया जाता है। ग्वालियर के दक्ष कारीगर अनोखी शिल्प तकनीक के उपयोग से सुंदर खिलौने एवं गुड़ियां भी बनाते हैं। पहले के समय में, लोकप्रिय प्रतीकों के फूलदान एवं मूर्तियां जैसी सजावटी वस्तुएं बनाने में भी काग़ज़ की लुगदी का इस्तेमाल किया जाता था। इस प्रकार की वस्तुएं बनाना एक जटिल प्रक्रिया है। सबसे पहले, चिकनी मिट्टी को तराशा जाता है और उसके बाद प्लास्टर ऑफ़ पेरिस के सांचे बनाए जाते हैं। काग़ज़ की लुगदी को मोटी चादर पर रखकर पीटते हैं और उसके बाद उन्हें इन खाकों में भर दिया जाता है। इन खाकों को धूप में सूखने के लिए रख देते हैं और रेगमाल से इसे मुलायम किया जाता है। इन सुंदर कलाकृतियों को चमकीले रंगों से रंगकर सजाया जाता है।

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