शिवपुरी का वनाच्छादित शहर शाही यादों से प्रतिध्वनित होता है। माधव राष्ट्रीय उद्यान के लिए बेहद प्रसिद्ध यह शहर कभी ग्वालियर के शासकों की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करता था। इस शहर का नाम भगवान शिव पर पड़ा, जिनके बारे में कहा जाता है कि वह कभी यहां आए थे। यहां के मुख्य आकर्षणों में ब्रिटिश-शैली में बने हंटिंग लॉज, ग्वालियर के राजाओं को समर्पित संगमरमर से बनी छतरियां एवं सुंदर महल प्रमुख हैं। 

माधव राष्ट्रीय उद्यान 355 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है तथा यहां पर सुंदर जॉर्ज दुर्ग स्थित है। इसका निर्माण ग्वालियर के शाही परिवार के जिवाजी राव सिंधिया द्वारा किया गया था ताकि बाघ के आखेट अभियान के दौरान ब्रिटिश किंग जॉर्ज पंचम यहां पर रात्रि बिता सकें। किंतु कथित तौर पर किंग जॉर्ज यहां पर कभी भी नहीं आये। इसके निकट ही मानव-निर्मित संख्य सागर झील बनी हुई है, जहां पर रेंगने वाले पशुओं एवं पक्षियों की विभिन्न प्रजातियां पाई जाती हैं। यह ग्वालियर से 116 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। 

अन्य आकर्षण