ओडिशा राज्य संग्रहालय 1938 में कटक में स्थापित किया गया था, लेकिन राजधानी स्थानांतरित होने पर यह भी भुवनेश्वर में स्थानांतरित कर दिया गया। इसमें कई दीर्घाएँ स्थापित हैं जिन में पुरालेखिक व संख्यात्मक प्रदर्शक, प्राकृतिक इतिहास प्रदर्शक, शस्त्रागार, खनन कलाकृतियाँ, भूवैज्ञानिक प्रदर्शक, पांडुलिपियाँ, पुरातात्विक प्रदर्शक और कला और शिल्प के कार्य शामिल हैं। यह संग्रहालय प्राचीन वस्तुओं को इकट्ठा करने, प्रदर्शित करने, दस्तावेज़ बनाने और संरक्षित करने, पत्रिकाओं का प्रकाशन रखने, कला के इतिहास पर शोध को सुविधाजनक बनाने और प्रदर्शनियों के साथ-साथ सेमिनार आयोजित करने का भी काम करता है।

इस नए भवन की आधारशिला 29 दिसंबर, 1957 को भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने रखी थी। डॉ. एचके महताब, जो ओडिशा के तत्कालीन मुख्यमंत्री थे, ने इसे एक बेहतरीन संग्रहालय बनाने के लिए महती प्रयास किए।

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