भुवनेश्वर से लगभग 142 किमी दूर स्थित टिकरपाड़ा वन्यजीव अभयारण्य अपने घड़ियाल या मगरमच्छ अभयारण्यों के लिए प्रसिद्ध है। यह अभयारण्य महानदी नदी द्वारा निर्मित सतकोसिया चट्टानी संरचना से घिरा हुआ है। यहाँ स्थित घरवले अभयारण्य घड़ियालों का प्रजनन स्थल है। इसमें कई प्रकार के सांप और कछुए भी बसेरा करते हैं। यहाँ मौजूद घड़ियालों की आबादी को सुरक्षित रखने के लिए यहां एक संरक्षण केंद्र भी है। सतकोसिया के बाईं ओर टिकरपाड़ा मगरमच्छ अभयारण्य स्थित है, जो अपने अद्भुत जंगली परिवेश और वन्यजीवों के लिए जाना जाता है।

टिकरपाड़ा वन्यजीव अभयारण्य ओडिशा के सबसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है और 795.52 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह महानदी नदी के तट पर स्थित है और यहाँ बाघ, पैंगोलिन, तेंदुए, चित्तीदार हिरण, हाथी, रीसस, मकाक, सांप, कछुए जैसी अनेकों वन्याजीव प्रजातियाँ निवासरत हैं। यहां रिवर राफ्टिंग, पर्वतारोहण, मत्स्य आखेट व नौकायन जैसे विभिन्न साहसिक खेलों का आनंद भी लिया जा सकता है।

अन्य आकर्षण