गुलमर्ग बायोस्फीयर रिजर्व वन्यजीवों को करीब से देखने वाले और एडवेंचर प्रेमियों का ध्यान आकृष्ट करता है। यहां कुछ दुर्लभ प्रजातियों सहित भांति.भांति के जीव जंतु और पक्षी हैं। यह श्रीनगर से 48 किलोमीटर की दूरी पर ;गुलमर्ग टाउन श्रीनगर सेे 50 किलोमीटर दूरी पर हैद्ध 180 स्क्वेर किलोमीटर में फैला है। यह बायोस्फीयर रिजर्व समुद्र तल से 2400 और 4300 मीटर की ऊंचाई के बीच स्थित है। यहां का मुख्य आकर्षण कस्तूरी मृग है। आप इस रिजर्व के घने जंगलों में हंगुलए सेरोए भूरे भालूए तेंदुएए लाल लोमड़ी और काले भालू को भी देख सकते हैं। जंगल की कुल वनस्पतियों में 90 प्रतिशत शंकु वृक्ष हैं। जहां तक पक्षियों की बात हैए आप यहां बड़ी संख्या में तीतर और उच्चभूमि पर निवास करने वाले पक्षियों को देख सकते हैं। इसके अलावा यहां ग्रिफनए गिद्धए मोनलए स्नो कॉकए कोकलासए ब्लू रॉक कबूतरए कश्मीर रोलरए यूरोपीय हुदहुद और जंगल कौवे भी हैं। इस अभ्यारण्य को पक्षीविदों के लिए स्वर्ग माना जाता है। यह हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहता है। एडवेंचर प्रेमी अभ्यारण्य के बगल में स्थित कैंप में रह सकते हैं। यदि आप स्तनधारी जीवों को देखना चाहते हैंए तो सितंबर से मार्च के बीच गुलमर्ग बायोस्फीयर रिजर्व की यात्रा का सबसे अच्छा है। लेकिन अगर आप बर्डवॉचिंग के लिए जा रहे हैंए तो इसका सही समय मार्चए अप्रैलए और मई है। यही वह समय है जब प्रकृति भांति.भांति के रंग.बिरंगे फूलों से भर जाती है।

अन्य आकर्षण