'झीलों का शहर' के रूप में मशहूर, उदयपुर शाही राजस्थान की शान है। लगभग हर छत से दिखने वाली झिलमिलाती झीलें, परियों की कहानी जैसे महल, अनोखी हवेलियां, ख्यातिप्राप्त मंदिर और शहर के ऐतिहासिक रंगीन बाजारों से गुज़रती गलियां-इन सभी के साथ उदयपुर की सुंदरता बेजोड़ है।

सन् 1559 में महाराजा उदय सिंह द्वितीय द्वारा स्थापित, इस शहर को मुगल सम्राट अकबर द्वारा चित्तौरगढ़ पर कब्ज़ा करने के बाद, मेवाड़ राज्य की राजधानी बना दिया गया। उदयपुर को इसकी सात झीलों की वजह से पूरब के वेनिस का खिताब भी दिया गया है। उदयपुर अरावली रेंज में है और घने जंगलों और पथरीली पहाड़ियों से घिरा हुआ है। इसकी झीलें सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सुनहरी बन जाती हैं-यह सब चीज़ें उदयपुर को देश की सबसे सुंदर जगहों में से एक बनाती हैं। ईस्ट इंडिया कंपनी के कर्नल जेम्स टॉड, जो एक विद्वान भी थे, उन्होंने इस शहर के लिए बिल्कुल सही कहा है कि ये "भारतीय उप-महाद्वीप में सबसे रोमांटिक स्थान" है।

पर्यटक उदयपुर आकर यहां की सबसे बड़ी झील पिछोला पर बोटिंग का आनंद ले सकते हैं, सिटी पैलेस घूम कर इसकी अनोखी सुंदरता देख सकते हैं, प्राचीन मंदिरों में घूम सकते हैं, शहर की गालियों में कला से संबंधित दुकानों में खरीदारी कर सकते हैं, राजस्थानी लोक संगीत और नृत्य प्रदर्शन का मज़ा ले सकते हैं, मुंह में पानी ला देने वाले खान-पान का लुत्फ़ उठा सकते हैं या फिर शहर से बाहर निकल कर अरावली की पहाड़ियों, जंगलों और शहर के आस-पास के विशाल किलों में भी घूम सकते हैं। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं कि उदयपुर देश के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है!