कर्नाटक के सबसे सुंदर समुद्री तटों में से एक उल्लाल समुद्री तट एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल है। यहां पर तैराकी करने एवं सनबाथ लेने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक खिंचे चले आते हैं। अरब सागर का शांत नीला एवं हरा पानी पर्यटकों को आकर्षक परिदृश्य प्रस्तुत करता है, जो इसके आसपास की सुंदरता का रसापान कर सकते हैं। रोमांचकारी गतिविधियों में रुचि रखने वाले यहां पर जल-क्रीड़ाओं का भरपूर आनंद सकते हैं।

उल्लाल गांव मेंगलूरू के बाहरी इलाके में तथा यह नेत्रवती नदी के दक्षिणी तट पर कैसुरिनास के हरे-भरे घाट के बीच स्थित है। सोमेश्वर मंदिर, सेंट सेबस्टियन गिरिजाघर, रानीपुरा में महारानी अब्बक्का का किला तथा समर सैंड्स बीच रिसॉर्ट इसके निकट स्थित कुछ लोकप्रिय आकर्षण हैं। इस समुद्री तट पर जाने का उचित समय अक्टूबर से फरवरी के बीच होता है।

उल्लाल शहर पर 16वीं सदी के मध्य में जैन महारानी अब्बक्का चौटा का शासन हुआ करता था। उन्हें महिला मुक्ति के पहले प्रवर्तकों में से एक कहा जाता है। यद्यपि उनका विवाह मेंगलूरू के राजा के साथ हुआ था, लेकिन उनकी शादी सफल नहीं हुई और वह कुछ ही वर्षों बाद उल्लाल लौट आईं। लोककथाओं के अनुसार रानी का अपने पति से नाराज़गी का मुख्य कारण यह था कि पुर्तगालियों ने अनुदान का भुगतान करने की बात कही, जो उन्होंने स्वीकार कर ली थी। इस कारण से दोनों के बीच तलाक प्रक्रिया आरंभ हुई, जिसके बाद उन्हें सभी रत्न एवं ज़मीन अपने पति को लौटानी पड़ी थी। 

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