अपनी आंतरिक सुसज्जा के लिए लोकप्रिय सेंट अलॉयसियस चैपल सेंट अलॉयसियस गोंज़ागा को समर्पित है। इनका जन्म प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था लेकिन उन्होंने परोपकार के लिए सभी भौतिक सुखों का त्याग कर दिया था। इटली के प्रसिद्ध चित्रकार एंटोनियो मोशेंकी द्वारा बनाई गईं भव्य चित्रकला से इस गिरिजाघर की दीवारें सुसज्जित हैं। इस पूजा-स्थल की दीवारों पर भित्तिचित्र एवं कैनवास जैसी दो प्रकार की चित्रकारी की गई है। गिरिजाघर के लगभग 600 वर्गमीटर क्षेत्रफल पर भित्तिचित्र एवं उसकी छत के 400 वर्गमीटर क्षेत्रफल पर कैनवास किया गया है, जिन्हें अलसी के तेल के साथ पिगमेंट को मिलाकर तैयार किए गए रंगों से रंगा गया है। इनमें से कुछ उल्लेखनीय चित्रकलाएं ईसा मसीह के जीवन, देवदूतों एवं अन्य संतों से प्रेरित हैं। इन चित्रों में ईसा मसीह का जन्म, उनके नामकरण, काना में आयोजित भोज जिसमें ईसा मसीह पानी को मदिरा में परिवर्तित करते दिखाया गया है तथा उन्हें सूली पर चढ़ाया जाना दर्शाया गया है। यह गिरिजाघर लाइट हाउस हिल के ऊपर स्थित है तथा यहां से अरब सागर के हरे व नीले रंग के आकर्षक दृश्य देखने को मिलते हैं। इसका निर्माण जेसुइट मिशनरियां द्वारा 1880 में किया गया था। 

अन्य आकर्षण