इस बंदरगाह की यात्रा से पर्यटकों को स्थानीय मछुआरों के जीवन यापन एवं दैनिक गतिविधियों से परिचित होने का अवसर मिलता है। नए मेंगलूरू बंदरगाह के दक्षिण में स्थित इस बंदरगाह पर अमूमन मछली बेचने एवं ख़रीदने वाले स्थानीय पुरुषों एवं महिलाओं की भीड़ रहती है। स्थानीय बाज़ार एक जीवंत एवं हलचल भरा मामला रहता है, जिसके हर मोड़ पर खाने की स्वादिष्ट चीज़ें आपका इंतज़ार कर रही हैं। जो लोग सुकून के पल बिताना चाहते हैं, वे तड़के बंदरगाह पर जा सकते हैं जब समुद्र की लहरें शांत होती हैं तथा आसमान के रंग आमतौर पर बहुत सुंदर होते हैं। मछुआरे विभिन्न प्रकार की मछलियां एवं मैकेरल, विद्रूप, सिल्वर फ़िश और केंकड़े जैसे समुद्री खाद्य पदार्थ बेचते हैं। 

तुलू भाषा में स्थानीय तौर पर इसे ‘मंगलोर डाके’ के रूप में जाना जाने वाला पुराना मेंगलूरू बंदरगाह अथवा बंदर का उपयोग प्राचीनकाल में यात्रियों और सामान को लक्षद्वीप तथा मध्यपूर्व ले जाने के लिए होता था। वर्तमान में यह बंदरगाह मछली ख़रीदने व बेचने का प्रमुख केंद्र है। बंदरगाह पर दिन भर अनेक ट्रॉलर नावों को देखा जा सकता है।

अन्य आकर्षण