इस संग्रहालय में संतों, सिखों के गुरुओं, योद्धाओं एवं अन्य प्रमुख सिख नेताओं की चित्रकारी प्रदर्शित की गई हैं। यहां पर प्राचीन पांडुलिपियों, हथियारों एवं सिक्कों का समृद्ध संग्रह देखने को मिलता है। अच्छी तरह से संग्रहित पुस्तकालय के अतिरिक्त इसमें सिख कलाकारों द्वारा बनाई गईं चित्रकारी, संगीत वाद्य, पेंसिल से बने रेखाचित्र एवं बंदूकें भी रखी गई हैं। गुरु गोविंद सिंह की व्यक्तिगत चीज़ों के अवशेष भी यहां पर रखे गए हैं। इनमें लकड़ी का कंघा, तीर-कमान, लोहे के छल्ले, जो योद्धा अपनी पगड़ियों पर पहनते थे तथा लोहे की तारों से बनी जैकेट प्रमुख हैं।

अन्य आकर्षण