रंग महल चंबा में सबसे बड़े स्मारकों में से एक है जिसे 18 वीं शताब्दी में जोधपुर के राजा, राजा उमेद सिंह द्वारा शाही परिवार के लिए एक निवास स्थान के रूप में बनाया गया था। यह मुगल और ब्रिटिश वास्तुकला का एक सुंदर मिश्रण है और इसकी खूबसूरत इमारत में किले जैसी दीवारें हैं जो आसमान को छूती प्रतीत होती हैं। महल के अंदरूनी हिस्से को अच्छी तरह से नक्काशीदार लकड़ी के दरवाजों, छत और खिड़कियों से सजाया गया है, और इसके गलियारों और बालकनियों में सुंदर और बेहतरीन कलाकृतियाँ स्थित हैं। पूजा कक्ष और निवास कक्ष पारंपरिक अलंकरण और कलाकृतियों के साथ अलंकृत हैं जिनमें मुख्य रूप से विशुद्ध पहाड़ी शैली में बने भित्ति चित्र शामिल हैं। इसकी दीवारों पर कांगड़ा शैली में निर्मित कुछ चित्र भी सुसज्जित हैं जो भगवान कृष्ण के जीवन की कहानियों पर आधारित हैं। अब इस महल के अधिकांश चित्रों और अन्य सामानों को यहां से निकाल लिया कर देश भर के विभिन्न संग्रहालयों में रख दिया गया है। 

यह इस राज्य के सबसे बड़े स्मारकों में से एक है, तथा अब यहाँ हिमाचल एम्पोरियम स्थित है जोकि एक प्रसिद्ध खरीदारी स्थल है। यहां से सुंदर हस्तनिर्मित सामान, विशेष रूप से उम्दा कढ़ाई से सजे रेशमी कपड़े खरीदे जा सकते हैं। यह स्थानीय महिलाओं को भी रोजगार देता है जो कई वर्षों से इस शिल्प में अभ्यासरत हैं। 

अन्य आकर्षण