कन्नूर को अक्सर अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के कारण केरल का ताज कहा जाता है। प्राचीन काल से यह स्थान अरबों, रोमनों और यूनानियों से व्यापारिक संबंधों के लिए मशहूर रहा है। इस खूबसूरत शहर को कभी नौरा के नाम से जाना जाता था, जहां से राजा सोलोमन के जहाजों द्वारा यरूशलेम के पवित्र मंदिर के निर्माण के लिए लकड़ी ले जाई गई थी। यह स्थान अपने मंदिरों और किलों के लिए भी प्रसिद्ध है। इसके अलावा अपने बुनाई उद्योग और काजू व्यापार के लिए ख्याति रखने वाला यह शहर अपने सुनहरी रेत वाले अद्भुत समुद्र तटों और थैय्यम देवी के प्रसिद्ध लोक कला रूपों की ओर पर्यटकों को आकर्षित करता है।

कोलाथिरी शासकों के शासनकाल के दौरान यह शहर एक प्रमुख बंदरगाह के रूप में प्रसिद्ध था। विख्यात यात्री मार्को पोलो ने कन्नूर को मसाला व्यापार का एक महत्वपूर्ण गढ़ करार दिया था। कन्नूर में पुर्तगाली, डच और ब्रिटिश उपनिवेशवाद का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।

कन्नूर से 3 किमी दूर स्थित कन्नूर का किला या सेंट एंजेलो का किला यहाँ का एक प्रमुख आकर्षण है, जिसे भारत के पहले पुर्तगाली वायसराय डोम फ्रांसिस्को डी अल्मेडा ने 1505 में बनवाया था। पर्यटक सप्ताह के हर दिन सुभ 8 बजे से शाम 6 बजे के बीच इस सुव्यवस्थित किले का भ्रमण कर सकते हैं। यह किला कन्नूर के औपनिवेशिक अतीत के गवाह के रूप में मौजूद है और यहाँ के सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में से एक भी है। मोपिला खाड़ी और अरक्कल मस्जिद भी किले के पास स्थित हैं।

कन्नूर अपने प्राचीन समुद्र तटों के लिए भी प्रसिद्ध है और इन सब में सबसे लोकप्रिय मुजप्पिलंगड बीच है, जहाँ तक गाड़ियाँ ले जाई जा सकती हैं। इस लंबे समुद्र तट पर कार चलाना वास्तव में एक रोमांचकारी अनुभव है और कन्नूर जाने पर इस तरह के एक दुर्लभ अवसर को कभी छोड़ना नहीं चाहिए। कन्नूर में नडाल जंक्शन से केवल 2 किमी की दूरी पर स्थित, एज़हारा बीच शहर के समुद्र तटों में से एक है। नारियल के ऊंचे पेड़ों से घिरा हुआ यह बीच काफी लुभावना है।

यह शहर अपने मंदिरों के लिए भी जाना जाता है और यहाँ स्थित प्राचीन पेरलासरी श्री सुब्रह्मण्य मंदिर केरल के सबसे भव्य मंदिरों में से एक है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण इसका तालाब है, जो अद्भुत वास्तुशिल्प कला का नमूना है और चित्र खिंचवाने के लिए उम्दा स्थान है। भगवान सुब्रमण्य को समर्पित यह मंदिर पर्यटकों के लिए एक दर्शनीय स्थल है।

कन्नूर में पश्चिमी घाट में अरलम अभयारण्य प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों के लिए प्रमुख आकर्षण है। कन्नूर से 55 किमी की दूरी पर स्थित इस अभयारण्य में विविध वनस्पतियों और जीवों का निवास है। इन प्राणियों में हिरण, हाथी, सूअर, बैल और विभिन्न प्रकार की गिलहरियाँ शामिल हैं। कन्नूर बेकल से 80 किमी की दूरी पर स्थित है और यह दूरी दो घंटे में आसानी से तय की जा सकती है।

अन्य आकर्षण