जगन्नाथ मंदिर, अगरतला में उज्जयंत महल के बगल में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। यह वास्तुकला की हिंदू और अरबी शैलियों के सुंदर व अद्भुत संलयन का एक बेहतरीन नमूना है। भगवान जगन्नाथ, उनके भाई भगवान बलभद्र और उनकी बहन देवी सुभद्रा को समर्पित यह मंदिर देश-विदेश से हजारों आगंतुकों को आकर्षित करता है। कहा जाता है कि पुरी में स्थापित भगवान जगन्नाथ या नील महादेव की मूर्ति इस मंदिर द्वारा दान की गई है। इस मंदिर की वास्तुकला भी उल्लेखनीय है, जिसकी संरचना को चमकीले नारंगी संरचित शिखरों से सजाया गया है और इसके स्तंभ चौकोर और पिरामिडनुमा कोणीय आकृतियों से सुसज्जित किया गया है। इसका एक अन्य आकर्षण भगवान कृष्ण के जीवन की सुंदर लीला का चित्रण तथा मंदिर में स्थापित की गई हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियाँ हैं। यह मंदिर अगरतला के बाहर से आने वाले भक्तों के लिए अपने परिसर में ही आवास की सुविधा प्रदान करता है। 19 वीं शताब्दी में माणिक्य वंश के महाराजा राधा किशोर माणिक्य द्वारा इस जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किया गया था।

अन्य आकर्षण