ऐसा माना जाता है कि यह वल्लभ सम्प्रदाय के संस्थापक संत महाप्रभु वल्लभाचार्य की जन्मस्थली है। चम्पारण्य बेहद शांत गांव है, जो रायपुर से 60 किलोमीटर दूर स्थित है। पहले यह चम्पाझार कहलाता था। संत के सम्मान में यहां दो मंदिर, प्राकट्य बैठकजी मंदिर एवं मूल प्राकट्य जो छठी बैठक कहलाता है, बने हुए हैं।    

अन्य आकर्षण