वर्ष 1976 में एस.एन. गोयनका द्वारा स्थापित विपासना इंटरनेशनल एकेडमी नासिक के इगतपुरी में स्थित है। आध्यात्मिक उपचार के कई पाठ्यक्रम प्रदान करता है। आप यहां कुछ वक्त बितायें, पूरी तरह से नई ऊर्जा के साथ बाहर आऐंगे।
विपासना का शाब्दिक अर्थ है-चीजों को वैसे ही देखना है जैसी वे हैं। विपासना देश में ध्यान के सबसे पुराने साधनों में से एक है, जिसकी स्थापना 2,500 साल पहले गौतम बुद्ध ने की थी। यह कला मनोवैज्ञानिक बीमारियों को दूर करने और आपको सच्ची खुशी की चाबी देने वाला अभ्यास है। विश्वविद्यालय में दिए जाने वाले पाठ्यक्रम 10 दिन की आवासीय अवधि में उम्र-पुरानी तकनीक को सिखाते हैं। इस दौरान आपको सख्त अनुशासन पालन करने होंगे, और संपूर्णता में इसका अभ्यास करना होगा।
यहां के कठोर पाठ्यक्रम यह निर्धारित किया जाता है कि व्यक्ति विपासना के अभ्यास के दौरान उत्तेजक पदार्थों का सेवन न करे। अच्छी तरह से डिज़ाइन किए गए अभ्यासों के माध्यम से मन को शांत और प्रशिक्षित किया जाता है। जिससे आप सही खाने और नियमित व्यायाम से अपने शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल कर सकते हैं। इस अभ्यास का केन्द्र बिन्दु स्पष्टतः मानसिक स्वास्थ्य होता है।
अकादमी गौतम बुद्ध की शिक्षाओं को शुद्धतम रूप में पालन करने में विश्वास करती है। इसलिए पूरा उद्यम केवल उन लोगों के दान पर चलता है जिन्हें इन पाठ्यक्रमों से लाभ मिला है। भोजन या आवास की कोई कीमत नहीं है, और न ही यहां पढ़ाने वालों के लिए कोई पारिश्रमिक है।

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