डिंडोरी नाका में स्थित भक्ति धाम मंदिरों की बहुतायता के कारण प्रसिद्ध है। इसलिए यह धार्मिक गतिविधियों का केंद्र है। यह भगवान कृष्ण और उनकी दिव्य पत्नी, देवी राधा को समर्पित है। मुख्य गर्भगृह में, आपको भगवान कृष्ण और देवी राधा की नक्काशीदार मूर्तियां मिलेंगी, साथ ही गुजरात के एक हिंदू संत संत जलाराम बप्पा की मूर्ति भी मिलेगी।

मंदिर को फीके लाल पत्थर से शानदार ढंग से तैयार किया गया है। टाइलों से आच्छादित एक विशाल प्रांगण है जहां तीर्थयात्री और छात्र शांत बैठ सकते हैंं, ध्यान लगा सकते हैं। सदियों पुरानी धार्मिक शिक्षाओं की आधुनिक संभावनाओं पर समूह चर्चा कर सकते हैं। मंदिर के पीछे एक पार्क है, जहां आप पत्तेदार पेड़ों की छतरी के नीचे टहल सकते हैं, या सिर्फ बैठे रह कर शांत चित्तता का अनुभव कर सकते हैं। यहां भक्ति धाम का सुकून वातावरण आपको आनन्दित कर देगा।

धाम का दौरा उन लोगों द्वारा किया जाता है जो धर्म और शास्त्रों पर चर्चा करना चाहते हैं। उनकी सहायता के लिए परिसर में विभिन्न प्रकार की धार्मिक पुस्तकें हैं। वर्षों से, भक्ति धाम को वैदिक उपदेश, अध्ययन और अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी बनाने का प्रयास किया गया है।

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