8वीं शताब्दी में पल्लव राजा नंदीवर्मन ;731.796द्ध द्वारा निर्मितए उथिरामेरुर के अनूठे गांव में स्थितए श्री वैकुंठ पेरुमल मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित हैए जो वैकुंठ पेरुमल के रूप में यहां पूजे जाते हैं। वे यहां अपनी पत्नी देवी लक्ष्मी के साथ स्थापित हैंए जो आनंदवल्ली के रूप में पूजनीय हैं। यद्यपि यह मंदिर मूल रूप से पल्लवों द्वारा बनवाया गया थाए किंतु कालांतर में चोलों द्वारा इसके कुछ भाग का नवीनीकरण किया गया।

इस मंदिर को भगवान विष्णु को समर्पित 108 दिव्य देसम मंदिरों में से एक माना जाता हैए और यहां तक कि 6वीं और 9वीं शताब्दी ईस्वी के बीच रहने वालेए अजहवार संतों के प्रारंभिक मध्ययुगीन तमिल कैनन का भी वर्णन किया गया है।

मंदिर के आंतरिक भाग में भगवान की मूर्ति के पार्श्व में श्रीदेवी और भूदेवी हैं। मंदिर के केंद्र में 2ए500 वर्ग फुट में फैला एक सभा भवन है। यहां कोई स्तंभ नहीं हैैए और छत पूरी तरह से दीवारों पर टिकी हुई है।

श्री वैकुंठ पेरुमल मंदिर का निर्माण द्रविड़ वास्तुकला शैली में किया गया था और अब यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित स्मारक है।

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