पूर्वी हिमालय पर्वत श्रृंखला में बसा गंगटोक या गान्तोक, सिक्किम की राजधानी है। कुदरत की बनायी एक बेहद खूबसूरत पेंटिंग की तरह लगने वाले गंगटोक के पीछे शक्तिशाली कंचनजंगा या कंचनजंघा पर्वत एक विशाल पहरेदार की तरह खड़ा नजर आता है। देश-विदेश के पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय यह पर्यटन स्थल अपने एडवेंचर स्पोर्ट्स- जैसे माउंटेन बाइकिंग, हाइकिंग, पैराग्लाइडिंग, ट्रैकिंग और रिवर राफ्टिंग के लिए बेहद प्रसिद्ध है। यह एक ऐसी जगह है, जहां आकर महसूस होता है कि डर के आगे निश्चित रूप से जीत ही होती है। और यहां से हिमालय पर्वत जितना ज्यादा भव्य और खूबसूरत नजर आता है, उतना कहीं और स्थान से नजर नहीं आता।

सिक्किम के सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हिल स्टेशन के रूप में जाना जाने वाला गंगटोक इस राज्य का सबसे बड़ा शहर होने के साथ-साथ बौद्ध धर्म अनुयायियों का एक सबसे बड़ा तीर्थ स्थल भी है। इस स्थान पर सन 1840 में एन्चेय मोनेस्ट्री (बौद्ध मठ) की स्थापना हुई और उसके बाद यह जगह धीरे-धीरे प्रसिद्ध होती गयी। सन 1894 में सिक्किम पर शान कर रहे राजा चोग्याल ने गंगटोक को सिक्किम की राजधानी घोषित कर दिया था। उसके बाद 20वीं सदी तक आते-आते गंगटोक तिब्बत स्थित ल्हासा में व्यापार हेतु एक महत्वपूर्ण मार्ग के रूप में विकसत हो गया। 

तिब्बती बुद्ध धर्म का गढ़ माना जाने वाला गंगटोक अपने पहाड़ी पर्यटन स्थलों और वन्य जीवन के लिए खासा प्रसिद्ध है। यहां स्थित अनेकों बौद्ध मठ, विशाल कंचनजंगा पर्वत, सिनिओलचू और चंबी घाटी के साथ-साथ यहां से सटी चीन की सीमा सैलानियों को खूब आकर्षित करती है। गंगटोक को इतना ज्यादा आकर्षक बनाने में वहां के अनूठेपन, जिंदादिलि, खूबसूरत बादलों और यहां के स्थानीय लोगों की गर्मजोशी का बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।

शापिंग के दीवानों यह शहर खासतौर पर लुभाता है। यहां सरकार द्वारा हस्त शिल्प केन्द्र संचालित किये जाते हैं, जहां स्थानीय शैली से सजी कलात्मक वस्तुएं खरीदी जा सकती हैं। एम. जी. मार्ग का बाजार एक ऐसा स्थान है, जहां पर्यटक सिक्किम के सबसे खास व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं, साथ ही हाथ से बनी कई तरह की खूबसूरत सजावटी सामान भी खरीद सकते हैं। वैसे हर साल दिसंबर के महीने में गंगटोक फूड एंड कल्चर फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है, जिसमें इस शहर की सांस्कृतिक विरासत की झलक बखूबी देखने को मिलती है। इस फूड फेस्टिवल को लेकर देश-विदेश से आने वाले सैलानियों में गजब का उत्साह देखा जाता है, जो भारी संख्या मं यहां शिरकत करने पहुंचते हैं।