तिब्बती चाय, जिसे तिब्बत में पो चा के रूप में जाना जाता है, भारत के ठंडे इलाकों, खासकर पूर्वोत्तर और हिमालयी क्षेत्रों में सबसे पसंदीदा पेय है। यह स्वादिष्ट और पसंदीदा पेय, चाय की लम्बी पत्तियों के बैग्स में रखते हुए उनकी खुशबू और स्वाद को बनाए रखने के लिए घर पर बने मक्खन डालकर आप ठंड को दूर रखने में मददगार पेय का आनंद ले सकते हैं। इसका स्वाद मीठे के बजाय नमकीन होता है। अदरक और शहद के साथ नींबू की चाय भी बनाई जाती है।

तिब्बती रीति-रिवाज में, मेहमानों को परोसी जाने वाली चाय को हर घूँट पीने के बाद उसे दोबारा भर दिया जाता है ताकि कप कभी खाली ना हो। हालाँकि यह चाय 7वीं शताब्दी से बनती आ रही है, लेकिन यह 13 वीं शताब्दी में फागमोडु राजाओं के द्वारा इसे लोकप्रियता मिली।