फ़िल्टर कॉफ़ी

इस क्षेत्र का विशेष पेय फिल्टर कॉफी है जिसे एक साथ दूध और कॉफी का काढ़ा मिलाकर तथा उबलते पानी के माध्यम से बारीक पिसे हुए कॉफी बीन्स को छानकर बनाया जाता है। इसे दूध के साथ या बिना दूध के पिया जा सकता है। फिल्टर कॉफी एक तीव्र पेय है जिसे तेज़ उबाल कर और अधिक सान्द्र बनाया जाता है।

माना जाता है कि कर्नाटक के रास्ते 17वीं शताब्दी की शुरुआत में कॉफी भारत आई थी। उस समय तक कॉफी आज के यमन देश के इलाकों में भलीभांति सुरक्षित रखा गया एक रहस्य भर थी। किंवदंती है कि चिकमगलूर के एक मुस्लिम फ़क़ीर बाबा बुदन अपनी दाढ़ी में सात कॉफी बीन्स छुपा कर ले आए और उन्हें कर्नाटक की चंद्रगिरी पहाड़ियों में लगाया।

फ़िल्टर कॉफ़ी

मैसूर पाक

यहाँ की प्रसिद्ध मिठाई मैसूर पाक को सबसे पहले मैसूर पैलेस की रसोई में राजा कृष्णराज वोडेयार चतुर्थ के शासनकाल में काकासुरा मडप्पा नामक एक महल के रसोइए द्वारा तैयार किया गया था। उन्होंने बेसन, घी और चीनी का मिश्रण बनाया। इसका नाम पूछने पर मदप्पा को कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने इसे 'मैसूर पाक' कह दिया। यह बेसन, घी, चीनी, इलायची पाउडर और रिफाइंड तेल से बना होता है।

मैसूर पाक

कोज़ुकट्टा

यह एक मिठाई जो मोदक का दक्षिण भारतीय संस्करण है। यह उबले हुए चावल के लड्डू होते हैं जिन्हें कद्दूकस किए हुए नारियल और गुड़ से भरा जाता है।

कोज़ुकट्टा

पायसम

पायसम, खीर का दक्षिण भारतीय संस्करण है। यह एक स्वादिष्ट और मलाईदार पकवान है जिसे चावल, चीनी और दूध के साथ बनाया जाता है और आमतौर पर काजू और किशमिश को इसके ऊपर छिड़का जाता है।

पायसम

चिकन चेट्टीनाड

यह एक चटपटी और तीखी चिकन करी है जो कि काली मिर्च के पेस्ट से बनाई जाती है। इसमें करी पत्ते, नारियल और प्याज का उपयोग किया जाता है। चेट्टीनाड खाना पकाने की एक लोकप्रिय शैली है।.

चिकन चेट्टीनाड

चेट्टीनाड भोजन

चेट्टीनाड खाना पकाने की एक लोकप्रिय शैली है जिसमें स्थानीय मसालों का उदारता से उपयोग होता है। कुछ सामान्य स्वाद जिनका आनंद आप इस शैली में ले सकते हैं वे हैं स्टार अनीस, मारत्ति मोकु ​​(सूखे फूलों की फली), कलपसी और काली मिर्च। प्रामाणिक चेट्टीनाड व्यंजनों में ज्यादातर समुद्री भोजन का उपयोग किया जाता है और कुछ व्यंजनों का जो आप चख सकते हैं वे हैं काली मिर्च चिकन, चिकन वरुवल (सूखा मसालेदार तला हुई चिकन), मोर मिलगई (दही में मिर्च मिला कर धूप में सुखाया गया व्यंजन), पोरियाल (सब्जियों को तल कर बनाया गया पकवान), मसियाल (एक सब्जी), कूटू (दाल की सब्जी), स्वादिष्ट मेमने की बिरयानी (मांस और चावल से बना व्यंजन), उरुंदई (तली हुई दाल के गोले), घर की बनी नारियल आइसक्रीम और पायसम (एक मीठा हलवा)। इस भोजन का शाकाहारी प्रतिरूप मुरक्कु अर्थात चावल के आटे को गहरा तल कर बना हुआ गोल कुरकुरा व्यंजन है।

पारंपरिक चेट्टीनाड भोजन में सभी व्यंजन एक विशिष्ट क्रम में परोसे जाते हैं और इसमें सभी व्यंजनों का एक निर्दिष्ट स्थान होता है। उदाहरण के लिए, टिकिया को नीचे बाईं ओर रखा जाता है जबकि चावल, रोटी और दाल को बीच में परोसा जाता है। नीचे का स्थान मीठे पकवानों के लिए आरक्षित होता है।

चेट्टीनाड भोजन

सुन्डल

इस नमकीन को बनाने के लिए चनों को तला जाता है। कसा हुआ नारियल, हींग, करी पत्ते और सरसों के बीज इसका स्वाद बढ़ाते हैं।

सुन्डल

मुरुक्कु

मुरुक्कु चावल और बेसन के मिश्रण से बना एक नमकीन पकवान है। यह आम तौर पर सर्पिलाकृति में मुड़े हुए आकार के और गहरे तले हुए होते हैं। इस व्यंजन के नाम का शाब्दिक अर्थ है मुड़ा हुआ और यह सर्पिल आकार में पकाया गया एक नमकीन पकवान है। इसे मज़ेदार फिल्टर कॉफी या चाय के साथ खाया जा सकता है।

मुरुक्कु

इड्डियप्पम

चावल के आटे को सिवईं के आकार में बनाया जाता है और फिर इड्डियप्पम बनाने के लिए उबला जाता है। इसे करी और चटनी के साथ खाया जा सकता है।

इड्डियप्पम

नींबू चावल

नींबू चावल एक नींबू के स्वाद वाले खट्टे चावल का व्यंजन है जिसे मसाले, करी पत्ते और अन्य मसालों के साथ परोसा जाता है। यह सांबर, करी या दही और अचार के साथ खाया जा सकता है।

नींबू चावल

इमली चावल

चने और दाल की भरपूर मात्रा से युक्त इमली चावल एक खट्टे चावल का व्यंजन है जिसे चटपटी इमली के गूदे से बनाया जाता है।

इमली चावल

अप्पम

अप्पम एक भाप से पकाया हुआ केकनुमा पकवान है जिसे किण्वित चावल के आटे और नारियल के दूध के साथ बनाया जाता है। यह सब्ज़ी और करी के साथ बहुत चाव से खाया जाता है।

अप्पम

पुड्डू

पुड्डू एक चावल और कसे हुए नारियल का व्यंजन है जो बेलनाकार आकार में होता है। यह आमतौर पर भाप से बनाया जाता है और इसे नाश्ते के रूप में खाया जाता है।

पुड्डू

कोट्टू पैरोट्टा

यह बचे हुए खाने को स्वादिष्ट बनाने का एक अद्भुत तरीका है। कोट्टू पैरोट्टा को पैरोट्टा अर्थात रोटी, अंडा, मांस, और सालना नामक मसालेदार चटनी को तल कर बनाया जाता है। यह उत्तर भारतीय परांठे के समान है। यह अंडे, चिकन और सब्जियों के मसालेदार संयोजन के साथ परोसे गए कटे हुए पत्तों का एक व्यंजन है। इसे चटनी के साथ परोसा जाता है और यह चेन्नई का एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड है।

कोट्टू पैरोट्टा

कुज़ी पनियाराम

कुज़ी पनियारम बनाने के लिए एक गोल सांचे का उपयोग करके काली दाल और चावल के घोल को भाप से पकाया जाता है। यह नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है। यह पकवान तला हुआ या उबला हुआ हो सकता है। गुड़ का उपयोग इस पकवान को मीठा करने के लिए किया जाता है और मिर्च से इसे मसालेदार बनाया जाता है। करी पत्ते और सरसों के बीज इस पकवान की सजावट करने के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।

कुज़ी पनियाराम

दक्षिण भारतीय थाली

दक्षिण भारतीय थाली आमतौर पर शाकाहारी होती है, जिसमें मसालेदार और चटपटी सब्जियां, सांभर, पूड़ियाँ, पके हुए चावल, अचार और करी शामिल होती हैं। इसके साथ एक-दो मिठाइयाँ और छाछ को भी परोसा जाता है। इन व्यंजनों में से अधिकांश में नारियल एक प्रमुख घटक है। इस थाली के कुछ अतिरिक्त व्यंजन हैं रसम, जो इमली के रस और टमाटर को आधार के रूप में लेकर काली मिर्च, मिर्च, जीरा आदि के साथ तैयार किया जाता है; कद्दू कूटू, एक करी आधारित व्यंजन जिसमें सब्जियाँ और दाल एक साथ पकायी जाती हैं; आलू फ्राई; गाजर कोसुमारी, एक सलाद का दक्षिण भारतीय संस्करण जिसमें नारियल, नींबू का रस और कसा हुआ गाजर शामिल होते हैं; मेडु वडाई, जो एक गहरी तली हुई दाल की पकौड़ी होती है; गहरे तले हुए पापड़; सादा दही; और अक्करवडिसल, जो चावल और दाल के साथ बनाई गई एक मिठाई होती है।

दक्षिण भारतीय थाली

मेदु वडा

मेडु वडा पश्चिमी डोनट का मज़ेदार दक्षिण भारतीय संस्करण है। यह एक कुरकुरे बाहरी आवरण और नरम अंदरूनी हिस्से को लिए हुए गहरे तला हुआ होता है। इसका आटा आमतौर पर चावल और दाल के मिश्रण से बनता है। तमिल में मेदु का अर्थ है नरम और वडा का अर्थ होता है टिकिया। यह तमिलनाडु के दोपहर के भोजन का एक अहम हिस्सा है और शादियों, त्योहारों, पूजा के दिनों और अन्य अवसरों पर परोसा जाने वाला एक महत्वपूर्ण पकवान है। इसे शाम के नाश्ते के रूप में गर्म चाय या फिल्टर कॉफी के साथ भी परोसा जा सकता है।

मेदु वडा

डोसा

डोसा एक विधिवत दक्षिण भारतीय भोजन है। यह किण्वित चावल और दाल से बने एक घोल का उपयोग करके बनाया जाता है और दिन के किसी भी समय इसका आनंद लिया जा सकता है। चेन्नई का भोजन दोसा के बिना अधूरा है। इस पकवान की कुछ अद्भुत किस्मों में रागी डोसा, चोलम डोसा और ड्राई फ्रूट डोसा शामिल हैं।

डोसा

इडली

किण्वित काली दाल और चावल का उपयोग एक घोल बनाने के लिए किया जाता है जिसे इडली या चावल की टिकिया बनाने के लिए उबला जाता है। इन्हें सांभर और नारियल की चटनी के साथ परोसा जाता है। इनका आनंद नाश्ते से लेकर आराम के समय किए जाने वाले भोजन, या टिफिन की सामग्री या आधी रात को झटपट बनाए जाने वाले भोजन के रूप में लिया जा सकता है।

इडली

नेथिली फ्राई

यह व्यंजन छोटी-छोटी मछलियों को तल करके और मिर्च और करी पत्ते से तड़का लगाकर बनाया जाता है। इसे ताजा या सूखा खाया जा सकता है।

नेथिली फ्राई

मुल्लिगटॉनी सूप

यह सूप अंग्रेजों के जमाने का एक भोजन है और 'मद्रास सूप' का ही एक संस्करण है। इसका नाम 'मिल्गुनी थेनी' (काली मिर्च का पानी) का ही अंग्रेज़ीदां संस्करण है। यह सूप काली मिर्च और लहसुन की बड़ी मात्रा के साथ बनाया जाता है, और यह ब्रिटिश अधिकारियों में तब लोकप्रिय हो गया था जब यह उन्हें यहाँ की कठिन परिस्थितियों में राहत देता था। इसे सब्जियों या चिकन के साथ परोसा जा सकता है और इसमें हमेशा चावल का छिड़काव मौजूद होता है।

मुल्लिगटॉनी सूप

दक्षिण भारतीय व्यंजन

दक्षिण भारतीय व्यंजन शाकाहारी या मांसाहारी दोनों हो सकते हैं, यह उस स्थान के आधार पर निर्भर करता है कि आप यहाँ किस क्षेत्र में जा रहे हैं। यहाँ के लोग आमतौर पर खाने की तैयारी में बहुत सारे नारियल और मसालों का उपयोग करते हैं। इनके व्यंजनों में समुद्री भोजन के साथ चावल, काली मिर्च और दाल की प्रमुखता होती है। इन सभी व्यंजनों को एक बार में देखने का सबसे अच्छा तरीका दक्षिण भारतीय थाली का आनंद लेना है।

दक्षिण भारतीय व्यंजन