पोरबन्दर के बाहरी क्षेत्र में समुद्र के रेतीले किनारों पर बसा है छोटा सा, लेकिन बेहद खूबसूरत माधवपुर। यहां भगवान श्रीकृष्ण और उनके बड़े भाई भगवान बलराम को समर्पित एक मंदिर है, जिसे माधवरायजी हवेली मंदिर के नाम से जाना जाता है। करीब 150 वर्ष पुराना यह मंदिर यहां के मुख्य आकर्षणों में से एक है, जिसे माधवपुर के महाराजा ने बनवाया था। इस मंदिर में घूमना कुछ ऐसा अहसास देता है, मानो आप इतिहास में वापस लौट गये हों। प्रतिवर्ष मेर समुदाय के लोग माधवरायजी हवेली मंदिर के पास रुकमणि नोछोरो नामक स्थल पर एक जलसे का आयोजन करते हैं, जो देखने लायक होता है। इसके अलावा यहां 12वीं सदी में बना भगवान शंकर का एक मंदिर भी है, जो अपनी अद्भुत वास्तुकला की वजह से सैलानियों का ध्यान खींचता है। यहां का एक अन्य खूबसूरत आकर्षण माधवपुर बीच है, जो गुजरात के सबसे सुंदर सैर-सपाटे वाली जगहों में से एक है। यहां से सूर्यास्त का नजारा इतना खूबसूरत लगता है कि पर्यटकों को उसे जरूर देखना चाहिये। इसके अलावा यहां वाटर स्पोर्ट्स का आनंद भी बखूबी लिया जा सकता है। 

अन्य आकर्षण