ऐतिहासिक दृष्टि से यदि देखा जाए तो काशीपुर एक बहुत महत्वपूर्ण स्थल है। क्योंकि यहां भ्रमण के दौरान हर्ष काल (सन 590 से 647) के बहुत से अवशेष देखने को मिलते हैं, जिनमें गोविषाण किला और तुमरिया बांध विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। इसके अलावा काशीपुर में कई सारे प्राचीन मंदिर भी हैं, जहां हर साल भारी संख्या में भक्तगण माथा टेकने के लिए आते हैं। काशीपुर, उधम सिंह नगर जिले में आता, जहां से द्रोण सागर गिरी ताल और द्रोण सागर तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। इन स्थानों का जिक्र महाभारत काल में भी मिलता है और कहा जाता है कि पांडवों ने अपने गुरु द्रोणाचार्या को गुरुदक्षिणा के रूप में देने के लिए द्रोण सागर झील का निर्माण किया था। द्रोणसागर और उसके आस-पास किसी भी प्रकार की खुदाई करने की मनाही है, क्योंकि यह पूरा क्षेत्र भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित कर दिया गया है। यहां का एक अन्य मशहूर पर्यटन स्थल गिरि सरोवर नामक झील है, जो काशीपुर बस स्टैण्ड से महज 2 किमी की दूरी पर स्थित है। इस स्थान पर चैती देवी का मंदिर भी है, जो यहां लगने वाले नवरात्र मेले के लिए बहुत प्रसिद्ध है। काशीपुर में ही उŸाराखंड का इललौता इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट (आईआईएम) भी है, जो इस छोटे से शहर को बेहद महत्वपूर्ण बना देता है। दुनियाभर से पर्यटक इसे देखने के लिए आते हैं। 

अन्य आकर्षण