यहाँ के कैपिटोल कॉम्प्लेक्स को शिवालिक श्रृंखला के सामने स्थापित किया गया है और यह अपनी भव्यता में पहाड़ों जैसा है। इस परिसर में चंडीगढ़ शहर के वास्तुकार ली कॉर्बुजियर की तीन विशिष्ट कृतियाँ शामिल हैं: सचिवालय, उच्च न्यायालय और विधान सभा। इन इमारतों को बड़ी संरचनाओं द्वारा अलग किया जाता है जो इस विशाल निर्माणस्थल को विविधता प्रदान करती हैं। इसी कैपिटोल कॉम्प्लेक्स के भीतर विशाल ओपन हैंड स्मारक स्थित है। कैपिटोल कॉम्प्लेक्स का यह हिस्सा इस स्मारक के तीनों भागों में से सबसे बड़ा और ऊंचा है। कंक्रीट-स्लैब से बना यह हिस्सा आठ मंजिला लंबा है। इसे 1953-59 के दौरान बनाया गया था और इसके केंद्र में दो मंजिला विशिष्ट छ्ज्जेनुमा इमारत स्थित है। यहाँ का कैफेटेरिया भी इसी इमारत का एक हिस्सा है जोकि इसकी छत पर स्थापित किया गया है और शहर का शानदार नज़ारा देता है। इसे अपने आप में ही एक कलात्मक संरचना की तरह डिजाइन किया गया है।  

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