साबूदाने की खिचड़ी

साबूदाने की खिचड़ी का नाश्ता बनाने के लिए इसमें साबूदाने के साथ, सूखे मेवे और मसालों को मिलाया जाता है। यह खिचड़ी मुख्य रूप से नवरात्रि पवित्र नौ दिवसीय त्यौहार) के उपवास में खाई जाती है। साबूदाना खिचड़ी में दूसरी सामग्रियों के अलावा आलू, मिर्च, मूंगफली, जीरा और करी पत्ते का उपयोग किया जाता है।

साबूदाने की खिचड़ी

पोहा

पोहा, मध्य प्रदेश के सबसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों में से एक है। चपटे चावल, आलू, प्याज, मटर, मूंगफली और नींबू के रस के प्रयोग से बना यह पोहा, स्थानीय लोगों और पर्यटकों को समान रूप से प्रिय है। महाराष्ट्र राज्य का यह मशहूर पकवान खाने में हल्का और बनाने में आसान है। साधारण दिखने के बावजूद, पोहा मसालेदार होता है और कई स्वादों और मसालों जैसे मिर्च, सरसों, जीरा और करी पत्ते का स्वाद देता है। दूसरी कुछ चीज़ें मिलाकर इसके स्वाद में विविधता भी लायी जा सकती है, जैसे-इसमें मूंगफली, काजू या आलू भुजिया मिलाकर इसे कुरकुरा बनाया जा सकता है।

पोहा

नमकीन

पर्यटक उज्जैन में किसी भी स्थानीय दुकान से नमकीन खरीद सकते हैं। सिंके, भुने और तले हुए नमकीन शहर के सबसे बेहतरीन स्नैक्स हैं। आप सेव, चिप्स, चिवड़ा, नमकपारा, बाकरवाडी तथा और भी बहुत से विकल्पों में से मनपसंद चुन सकते हैं। ये सभी स्नैक्स मिर्च, पुदीना और कई अन्य मसालों जैसे हल्दी, हींग और काली मिर्च से भरे होते हैं। इन नमकीनों का उपयोग चाट बनाने में भी किया जाता है।

नमकीन

दाल बाफला

दाल बाफला राजस्थान की दाल बाटी जैसा है। इसे गेहूं के गोले को उबालकर और सेंककर बनाया जाता है। गेहूं के गोले घुलनशील होते हैं। इस स्वादिष्ट पकवान को बनाने के लिए गेहूं के गोलों पर दाल डाली जाती है। दाल बाफला में घी की अधिक मात्रा होती है जिसके कारण यह बहुत मुलायम होती है। स्वादिष्ट होने के कारण इसकी खपत बहुत अधिक होती है। इसे यदि पुदीने की चटनी, प्याज और एक बड़े गिलास छाछ के साथ परोसा जाए तो बात ही बन जाए।

दाल बाफला

भुट्टे की कीस

मसला और तला हुआ मकई या वैकल्पिक रूप से पिसे हुए मकई से बनाई हुई भुट्टे-की-कीस यहां का एक लोकप्रिय स्ट्रीट स्नैक है। इसको बनाने में अदरक, हरी मिर्च, सरसों के बीज और कई अन्य मसालों को मकई के पेस्ट के साथ उपयोग किया जाता है। इसका स्वाद मसाला चाय के साथ बेहतरीन लगता है।

भुट्टे की कीस