थेनमाला

थेनमाला को भारत की पहली सुनियोजित ईको-टूरिज्म का गौरव हासिल है।  यहां पर 10 ईको-टूरिज्म स्थल हैं जिनमें तिरुअनंतपुरम, पतनामथिता और कोल्लम जिले की की ऊंची पर्वत माला शामिल है। विभिन्न प्रकार के हिरणों जैसे कि चीतल, लॉन डियर और सांभर का प्रमुख केंद्र है। यह एक मशहूर पिकिनिक स्थल है। जंगल के बीच से गुजरना न केवल शांतिदायक अनुभव होता है बल्कि आपका परिचय उस क्षेत्र में मौजूद पेड़ों की विभिन्न प्रजातियों से करवाता है। कृष्णा नाम के हिरण की खूबसूरत प्रतिमा एक सुंदर फोटोग्राफी स्थल है। इस पार्क में कुछ पेड़ों के ऊपर झोपड़ियां भी बनी हुई हैं। इसके अलावा, हिरण पुनर्वास केंद्र भी यहां पर बना हुआ है जिसमें विभिन्न प्रजाति के हिरणों की नस्लें पाई जाती हैं।  यहां बच्चों के लिए कई तरह के झूलों और फिसल पट्टी से युक्त एक मनोरंजन क्षेत्र भी है। 'थेनमाला' शब्द का अनुवाद शहद वाली पहाड़ी है। ऐसा माना जाता है कि क्षेत्र की संरचना के कारण यहां की शहद उच्चतम गुणवत्ता की होती है।  थेनमाला घूमने का सबसे उपयुक्त समय दिसंबर और फरवरी के बीच होता है।  

थेनमाला

तिरुमुल्लावरम बीच

इस बीच का निर्मल जल और सुनहरी रेत शांतिदायक और स्फूर्तिदायक अनुभव की तलाश वाले पर्यटकों को आकर्षित करता है। नि:संदेह, तिरुमुल्लावरम, कोल्लम का सबसे मशहूर बीच है। यह आपको सामने सूर्योदय और सूर्यास्त पर असाधारण दृश्य प्रस्तुत करेगा। समुद्र में डेढ़ किमी के आसपास न्याराजचा पारा है या संडे रॉक है जिसमें चट्टान पानी पर तैरती है। जब कम लहर के बाद पानी कम होता है, तब इसे बीच से देखा जा सकता है। महाविष्णु मंदिर देखना न भूलें जहां भगवान विष्णु की पूजा अधिष्ठात्री देवता के रूप में की जाती है। यह बीच कोल्लम के बाहरी इलाके पर स्थित है। यह निर्जन बीच सबसे सुरक्षित बीच में से एक है। कम लहरों वाले इस बीच में बच्चों को तैरने और पानी के चारों ओर खेलने की अनुमति है जो इसे छुट्टी का लुत्फ उठाने का एक आदर्श स्थल बनाता है। 

तिरुमुल्लावरम बीच

मुनरो द्वीप

कोल्लम के खूबसूरत बैकवॉटर से घिरा, मुनरो द्वीप केरल की गुप्त मणि है जो पर्यटकों को बेजोड़ सुंदरता से मोह लेता है। शांत अष्टमुदी झील और कल्लाडा नदी से घिरा यह द्वीप कच्चे नारियल की खेती का अद्भुत नजारा पेश करता है। इस द्वीप की शांतचित्तता का लुत्फ उठाने का सबसे अच्छा तरीका बैकवॉटर की संकरी नहरों पर डोंगी पर सवारी करना है।  इस राइड में आप बैकवॉटर के साथ किनारे पर बसे छोटे गांवों से गुजरते हैं। यह राइड आपको ग्रामीणों के दैनिक जीवन की एक झलक प्रदान करती है। अलसुबह और शाम की राइड सबसे अच्छी होती है क्योंकि ये आपको सूर्योदय और सूर्यास्त का अलौकिक नजारा प्रस्तुत करते हैं। इस द्वीप के प्रामाणिक फूड ज्वॉइंट पर नारियल के तेल से बने मोहक पकवान मिलते हैं। यह द्वीप कलाडा नौका दौड़ के लिए भी मशहूर है, जिसे 10 दिन तक चलने वाले ओनम उत्सव के दौरान यहां आयोजित किया जाता है। इस द्वीप का नाम कर्नल जॉन मुनरो के नाम पर रखा गया जो कि पूर्ववर्ती राजकीय राज्य त्रावणकोर के प्रमुख थे। बैकवॉटर क्षेत्रों में नहरे खुदवाने का श्रेय उन्हीं को जाता है। यह द्वीप शहर की बाहरी सीमा सीमा स्थित है। यह एक दिन की यात्रा को खूबसूरत बना देता है।

 मुनरो द्वीप

अष्टमुदी झील

झूमते नारियल-ताड़ के पेड़ और सघन वनस्पति से घिरी अष्टमुदी झील कोल्लम का सर्वाधिक सुंदर स्थल है। यह प्राचीन झील शांत हाउसबोट क्रूज और बोट राइट का लुत्फ उठाने का सबसे आदर्श स्थल है। यह क्रूज आपको कोल्लम से अलप्पुज़ तक आठ घंटे में पहुंचाता है और पर्यटकों को अनूठा और बहुत ही अच्छा अनुभव प्रदान करता है। आपको नारियल के उपवन, लाल खड़ी चट्टानों और ताड़ के पेड़ों के बीच से ले जाने के दौरान न केवल बहुतायत वनस्पतियों की झलक दिखलाता है बल्कि झील के किनारे बसे गांवों के स्थानीय लोगों के जीवन से भी परिचित कराता है। आठ भुजाओं या नालियों के कारण इस शांत झील का नाम अष्टमुदी पड़ा है (अष्ट का मतलब आठ से है)। 16 किमी लंबी यह झील मनोहारी नींदकारा मुहाने से गुजरने के बाद समुद्र में मिल जाती है। 

अष्टमुदी झील

पालरुवी वॉटरफॉल

पालरुवी वॉटरफॉल राज्य का सबसे सुहाना वॉटरफॉल है। घने और हरे जंगल के बीच इस वॉटरफॉल की दूध जैसी सफेद धारा 300 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहां के पानी में आयुर्वेदिक गुण हैं और इसमें स्नान करने से किसी भी व्यक्ति को बहुत लाभ मिलेगा। यह फॉल 'घोड़े की पूंछ' के रूप में मशहूर है क्योंकि यह शीर्ष पर संकरा है लेकिन जैसे ही यह तल तक पहुंचता है, चौड़ा होता जाता है। यह वॉटरफॉल अद्भुत पृष्ठभूमि बनाता है क्योंकि यह हरितमणि पत्तों के बीच बहता है और पानी की झागदार धारा के साथ तेजी से नीचे गिरता है। पर्यटक फॉल में तैर सकते हैं या यहां पर पिकनिक मना सकते हैं। रोमांच प्रेमियों के लिए, फॉल तक पैदल जाना चुनौतीपूर्ण और रोमांचकारी अनुभव हो सकता है।

पालरुवी वॉटरफॉल