टेराकोटा वस्तुएं बनाना कोलकाता के कारीगरों का परंपरागत कौशल है। यह शहर टेराकोटा से बनी कलाकृतियों के लिए प्रसिद्ध है और जिसमें मंदिरों की छोटी प्रतिकृतियों और अन्य अनेक वस्तुओं शामिल हैं। इस कार्य में कलम से लेकर ट्रे और फूलों के बर्तनों और टाइलों तक सभी प्रकार के टेराकोटा की वस्तुएं बनाई जाती हैं। यहां मिलने वाले गुलदानों और लालटेनों पर सबसे दुर्लभ रंग संयोजन देखे जा सकते हैं। कहा जाता है कि यह शिल्प पंचमुरा क्षेत्र से उत्पन्न हुआए जहां शिल्पकार शानदार टेराकोटा उत्पाद बनाते हैं। इनमें मछली पकड़ने और फूल चुनने जैसे दैनिक कार्यों के चित्रण से लेकर पार्कए चाय बागानए पहाड़ या नदियों जैसे सुंदर भाव अंकित किए गए हैं। यहां चरक जैसे स्थानीय त्यौहारों के दृश्य भी देखे जा सकते हैं जो बैसाख के पहले दिन मनाया जाता है। पर्यटक क्रोकरीए लैंपए टबए टाइल इत्यादि उत्पाद भी खरीद सकते हैं।स्वादिष्ट व्यंजनों की सूची

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