गौरीकुंड का गर्म पानी का तालाब हिंदुओं के लिए पावन स्थलों में से एक है, जहां पर वे डुबकी लगाने आते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस कुंड के पावन जल में डुबकी लगाने से व्यक्ति पवित्र हो जाता है। विहंगम परिदृश्यों से घिरा यह कुंड केदारनाथ मंदिर जाने वाले प्रसिद्ध ट्रैक का आरंभिक बिंदु भी है। यह कुंड गढ़वाल हिमालय में 6,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। श्रद्धालुगण देवी पार्वती को समर्पित गौरी देवी मंदिर के दर्शनों के लिए भी जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह वही जगह है जहां पर देवी पार्वती, भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए लंबी अवधि तक ध्यान मुद्रा में रही थीं। इस क्षेत्र का संबंध भगवान गणेश की कथा से भी है, यहीं उनके शरीर पर हाथी का सिर जोड़ा गया था। 

केदारनाथ मंदिर जाने वाले श्रद्धालुगण अमूमन गौरीकुंड में ही रात बिताते हैं। 

अन्य आकर्षण