समुद्री तल से 4,150 मीटर की ऊंचाई पर शांत वातावरण में स्थित इस झील से चौखंबा चोटी एवं मंदाकिनी घाटी के आकर्षक परिदृश्य दिखाई देता है। केदारनाथ से वासुकी ताल अथवा वासुकी झील तक की निरंतर चढ़ाई, उसे बेहतरीन ट्रैक बनाती है। पहली बार ट्रैकिंग करने वालों के लिए गौरीकुंड से इस झील तक का ट्रैक बेहद उपयुक्त है। 24 किलोमीटर लंबा रास्ता तय करने के लिए आपके पास अगर समय की कमी है अथवा हिम्मत नहीं है तो टट्टू की सवारी करके आप सबसे पहले गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर तक पहुंच सकते हैं। मंदिर से झील तक पहुंचने के लिए 8 किलोमीटर का रास्ता रह जाता है, जो आसानी से तय किया जा सकता है। केदारनाथ से वासुकी ताल तक का रास्ता दिन के समय में सरलता से तय कर सकते हैं। हिंदुओं की पौराणिक कथाओं के अनुसार, रक्षा बंधन के पावन पर्व पर भगवान विष्णु इस झील में स्नान करते हैं। 

अन्य आकर्षण