साफ़-सुथरे चौराबाड़ी ताल से उसके आसपास स्थित हिमालय की चोटियों का मनोहारी चित्र देखने को मिलता है। यह गांधी सरोवर या गांधी ताल भी कहलाता है, यह ताल केदारनाथ मंदिर से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। एक आसान ट्रैक से होते हुए आप मंदिर से इस झील तक पहुंच सकते हैं, जो मूल रूप से कांति सरोवर के नाम से जानी जाती थी। सन 1948 में महात्मा गांधी की कुछ अस्थियां इस झील में भी विसर्जित की गई थीं, जिसके बाद इसका नाम बदलकर गांधी सरोवर कर दिया गया। किंवदंती के अनुसार, वह चौराबाड़ी ताल ही था, जहां पर भगवान शिव ने सप्तऋषियों को योग का ज्ञान दिया था। यह झील समुद्र तल से 3,900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसकी उत्पत्ति चौराबाड़ी बामक ग्लेशियर से हुई है। आप इसके निकट स्थित भैरव मंदिर में भी जा सकते हैं। रास्ते में मंत्रमुग्ध कर देने वाला मधु गंगा जलप्रपात आता है, जहां पर शांति की प्राप्ति के लिए रुका जा सकता है। 

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