सना (शना) गुफाएं 62 ऐसी बौद्ध गुफाओं का समूह है जिन्हें पहाड़ तराश कर बनाया गया है। अपनी अद्भुत वास्तुकला के चलते ये गुफाएं विश्व भर से पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। इनमें से ज्यादातर गुफाएं एक-दूसरे से अलग तरह की हैं और यहां-वहां बिखरी हुई हैं। जहां कुछ गुफाओं में स्तंभों वाले कक्ष और गुंबद हैं, वहीं अन्य गुफाओं में स्तूप, चैत्य, अलंकृत नक्काशी वाले पत्थरों के थड़े आदि हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ये गुफाएं ईसा से भी दो शताब्दी पहले की हैं और पश्चिमी भारत में पाई गईं गुफाओं में सबसे पुरानी भी हैं। गुफा संख्या 2, जो कि 21 मीटर गहरी और 18.3 मीटर चौड़ी है, वह इनमें सबसे पुरानी है। ये गुफाएं जूनागढ़ से लगभग 76 किलोमीटर दूर अमरेली के सना पर्वत पर स्थित हैं।

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