![रणकपुर](/content/dam/incredibleindia/images/places/udaipur/udaipur-ranakpur-130.jpg/jcr:content/renditions/cq5dam.web.1800.600.jpeg)
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रणकपुर मंदिरए भारत के सबसे खूबसूरत आध्यात्मिक स्थलों में से एक हैए यदि आप उदयपुर और जोधपुर के बीच यात्रा कर रहे हैं तो इसे देखना ना भूलें। यह रणकपुर गाँव में स्थित है और अरावली की पहाड़ियों से घिरा हुआ है। रणकपुर का मुख्य मंदिरए चौमुखा मंदिर ;चार मुख वाला मंदिरद्धए पहला जैन तीर्थंकर ;संतद्धए आदिनाथ को समर्पित हैए और इसलिए भारत में जैन समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण मंदिर है।
सफेद संगमरमर से निर्मितए मंदिर में 29 हॉलए 80 गुंबदए 400 स्तंभ और 1ए444 अलग.अलग उत्कीर्ण स्तंभ शामिल हैं। खम्भों को आड़ू और बेज रंग से सजाया गया है। उनपर हाथियोंए फूलों और लोगों की जटिल नक्काशी की गई है। आश्चर्य की बात यह है कि कोई भी दो खंभे समान नहीं हैं!
रणकपुर मंदिर में ऊंचीए गुंबददार छत और चौड़े गलियारे हैं। छत पर संगीत वाद्ययंत्र बजाती हुईं अप्सराओं और दिव्य कन्याओं की बारीक नक्काशी है। यहाँ पांच स्पायर हैंए और आप प्रवेश द्वार पर सबसे बड़े शिखर के नीचे आदिनाथ की 6 फुट ऊंची प्रतिमा देख सकते हैं।
अंदरूनी हिस्सों को इस तरह से बनाया गया हैए कि यहाँ से गलियारों और आंगनों के माध्यम से लगातार ठंडी हवा आती है। मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर और फरवरी के बीच हैए इस समय मौसम सुहावना रहता है।
रणकपुर मंदिर दो अन्य जैन मंदिरों से घिरा हुआ हैए जो कि नेमिनाथ ;22 वें तीर्थंकरद्ध और पार्श्वनाथ ;23 वें तीर्थंकरद्ध को समर्पित हैंए दोनों ही परिसर के भीतर हैं। तीनों मंदिरों को अद्भुत रूप से उकेरा गया है और आगंतुकों को शांति की भावना प्रदान करता है। रणकपुर में रहते हुए पास के सूर्य मंदिर और अम्बा माता मंदिर के दर्शन करने अवश्य जाएंए आपको यहाँ भी शान्ति का आभास होगा।