जैसलमेर से 240 किमी दूरए ओसियां एक प्राचीन रेगिस्तानी कस्बा है जहां मंदिर और स्थापत्य कला के बेहतरीन नमूने मौजूद हैं। यहाँ का मुख्य आकर्षण सूर्य मंदिर हैए जो सूर्य भगवान को समर्पित है। इसमें देवी दुर्गा और भगवान गणेश की भी प्रतिमाएँ हैं। मंदिर की छत पर बारीकी से तराश कर नागों की आकृतियाँ उकेरी गई हैंए जो कमल के फूल के चारों ओर कुंडली मारे हुए हैंए जो बेहद सुंदर हैं। पर्यटन के अन्य आकर्षण हैंए हरिहर मंदिरए सचिया माता मंदिर और एक जैन मंदिर जो भगवान महावीर को सैमर्पित है। 

ओसियां का दूसरा नाम उपकेशपुर हैए यह 8वीं और 9वीं शताब्दी के बीच व्यापार का एक महत्वपूर्ण केंद्र था। यहाँ बहुसंख्यक जैन आबादी थी जिन्होंने यहाँ कलात्मकता से तराशे गए और खूबी के साथ संरक्षित मंदिरों की अनमोल विरासत छोड़ी हैए जिस के कारण ओसियां में दूर दूर से पर्यटक आते हैं। प्रतिहार शासन के काल खंड में ओसियां को मारवाड़ कि राजधानी का मुख्य धार्मिक व सांस्कृतिक केंद्र माना जाता था। प्राचीन काल सेए गुप्तए नाग और प्रतिहार शासन काल के दौरान अपनी नीतिगत महत्वपूर्ण स्थिति के कारण इस क्षेत्र का बड़ा सांस्कृतिक प्रभाव रहा है। 

अन्य आकर्षण