चांद बावड़ी (सीढ़ियों वाला कुआं) जयपुर से 90 किलोमीटर दूर अभानेरी गांव में स्थित है। यह राजस्थान के सबसे पुराने एवं कैमरे में कैद किए गए प्राचीन स्मारकों में से एक है। इसका निर्माण निकुंभ राजवंश के राजा चंदा द्वारा नौवीं सदी में करवाया गया था। यह विश्व का सबसे बड़ा सीढ़ियों वाला कुआं है। चांद बावड़ी का निर्माण जलसंरक्षण तथा मरुभूमि की तपती गर्मी से राहत पाने के लिए किया गया था। वास्तुकला के इस उत्कृष्ट स्मारक में 3,500 सममितीय व संकरी सीढ़ियां बनी हैं। ये सीढ़ियां ज्यामितीय का नायाब उदाहरण हैं, जिन्हें देखने हर वर्ष हज़ारों पर्यटक यहां आते हैं। यह गहरा कुआं इसलिए संकरा बनाया गया है ताकि कोई नीचे आसानी से पहुंच सके। कुएं के तीनों ओर बनीं सीढ़ियों से कोई भी नीचे पानी की सतह तक पहुंच सकता है। कुएं के चैथी ओर बने तीन मंज़िला मंडप में नक्काशीदार झरोखे, दीर्घाएं एवं छज्जे बने हुए हैं ताकि राजपरिवार के सदस्य वहां बैठ सकते थे।

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