शहर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सरखेज रोज़ा गुजरात में बने सबसे शानदार एवं आकर्षक वास्तुशिल्प परिसरों में से एक है। संत अहमद खाटु गंज बख्श (1445), महमूद शाह बेगड़ा (1511) एवं उसकी रानी के मकबरे, उनके महल एवं मंडप तथा एक मस्जिद सभी कुछ इसी परिसर में एकसाथ स्थित हैं। इनके चारों ओर एक बड़ा व गहरा जलकुंड बना हुआ है। वास्तुकला की दृष्टि से ये इमारतें उल्लेखनीय हैं, जिन्हें देखने देश भर से पर्यटक यहां आते हैं। इन इमारतों में मेहराब नहीं बने हुए और सभी जगह सलाखें बनाने के लिए छेदा पत्थर का उपयोग किया गया है। ये इमारतें इस्लामिक वास्तुशिल्प के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। वास्तव में, स्मारकों की वास्तुशैली मुग़लकाल की अग्रदूत मानी जाती है किंतु इनसे हिंदू, जैन एवं इस्लामिक शैली प्रतिबिंबित होती है।

अन्य आकर्षण