छठी सदी के भारतीय भक्तिरस के कवि गोस्वामी तुलसीदास जिन्होंने रामचरितमानस की रचना की थी, उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए 1964 में तुलसी मानस मंदिर का निर्माण किया गया। सफे़द संगमरमर से निर्मित यह मंदिर देखने में बहुत सुंदर है। इसकी दीवारों पर रामचरितमानस से लिए गए छंद तथा दृश्य उकेरे गए हैं। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के निकट बने इस मंदिर का ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्व है क्योंकि तुलसीदास ने बेहद लोकप्रिय भारतीय ग्रंथ रामायण की रचना अवधि में की थी जो हिंदी भाषा की बोली है, जिससे यह जनसाधारण के लिए सुगम साबित हुई। यह मंदिर प्रसिद्ध दुर्गा मंदिर के निकट स्थित है, जो भगवान राम को समर्पित है। इस मंदिर में भगवान राम, देवी सीता, भगवान लक्ष्मण एवं भगवान हनुमान की सुंदर प्रतिमाएं विद्यमान हैं। इसमें एक सुंदर बाग भी है।    

अन्य आकर्षण