1927 ई. में स्‍थापित रामकृष्ण आश्रम वेदांत शिक्षण का सार्वभौमिक केंद्र है। यह आश्रम हिंदू संत एवं रामकृष्ण मिशन और रामकृष्ण मठ के नौवें अध्यक्ष स्वामी माधवानंदजी महाराज के नगरागमन के दौरान स्थापित किया गया था। यह आश्रम, ग्रामीण विकास तथा पुनर्वास, शिक्षा और सांस्कृतिक कार्य जैसे राहत कार्यों में भी शामिल होता है। यह मंदिरों का रखरखाव, आध्यात्मिक कक्षाओं का आयोजन और ज़रूरतमंद व ग़रीबों की सेवा आदि काम भी करता है। इसके परिसर में एक आयुर्वेदिक केंद्र तथा एक सार्वजनिक पुस्तकालय है। श्री रामकृष्‍ण परमहंस जी की कई पुस्तकें भी इसने प्रकाशित की हैं, जिन्हें पुस्तकालय में बैठकर निशुल्‍क पढ़ा जा सकता है। छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए बहुत सी वार्षिक प्रतियोगिताएं भी यहाँ आयोजित की जाती हैं। आश्रम के सुंदर कैम्पस में श्री रामकृष्ण परमहंस के जीवन को दर्शाती हुई एक झांकी भी है।

अन्य आकर्षण