शहर के केंद्र में 62 एकड़ में फैला गांधी मैदानए पटना के सबसे लोकप्रिय मैदानों में से एक है। जब भी महात्मा गांधी इस शहर में आते थेए यहीं अपनी प्रार्थना सभाएं किया करते थे। मैदान के किनारे पर खूबसूरत पौधों को एक कतार में लगाया गया है। आज यह मैदान बाजारए कार्यालयों और होटलों से घिरा हुआ है। यहां वर्ष भर कई प्रदर्शनियां और मेले आयोजित किए जाते हैंए जिसमें से सबसे प्रमुख पटना पुस्तक मेला है।

यह पुस्तक मेला एक पखवाड़े तक चलता है। इस दौरान यहां पुस्तक प्रेमियों की भारी भीड़ लगी रहती है। इस मैदान के दक्षिणी छोर पर स्थित गांधीजी की एक प्रतिमा हैए जिसके आधार पर इस मैदान का नाम गांधी मैदान रखा गया। यहां गणतंत्र दिवस परेड के साथ.साथ स्वतंत्रता दिवस समारोह भी आयोजित किया जाता है। आज भी इस स्थल पर बड़ी.बड़ी राजनीतिक रैलियां आयोजित कि जाती हैं। यह एग्जीबिशन रोडए फ्रेज़र रोड और अशोक राजपथ सहित पटना शहर की कई प्रमुख सड़कों की आवाजाही का माध्यम है। यह मैदान वर्ष 1824 से 1833 तक गोल्फ कोर्स हुआ करती थीए जिसे ब्रिटिश काल में पटना लॉन कहा जाता था। घुड़ दौड़ एक अन्य लोकप्रिय खेल था जिसे यहां शुरू किया गया था।

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