ग्रामीण जीवन का अनुभव

केरल के ग्रामीण जीवन के बारे में जानें, क्योंकि यहां के स्थानीय गाइड आपको केरल के गांव में ले जाते हैं और आपको वहां की अनूठी संस्कृति और जीवन शैली से परिचित कराते हैं। आप हलचल से गुलजार गांवों को देख सकते हैं, जो शहर की रोजमर्रा जिंदगी से अलग हैं, और वहां पर आपको नारियल ताड़ के फल की बुनाई, स्क्रू पाइन बनाने, झाड़ू बनाने, जैसी चीजें बनाते कारीगर दिखाई देंगे। आप स्थानीय लोगों की मछली पकड़ने में मदद करने में भी आप अपना हाथ आज़मा सकते हैं।

कुमारकोम भारत के उन कुछ स्थानों में से एक है जहां पहली बार उत्तरदायी पर्यटन की अवधारणा को सफलतापूर्वक लागू किया गया था। स्थानीय पर्यटन परिषद की विलेज लाइफ एक्सपीरियंस (वीएलई) पहल का उद्देश्य स्थानीय समुदायों के दैनिक जीवन के साथ पर्यटकों को परिचित और कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्थानीय लोगों को आय का एक वैकल्पिक स्रोत प्रदान करना है। यह पहल पुरस्कार-विजेता कुमारकोम जिम्मेदार पर्यटन परियोजना का एक हिस्सा है और एक अविस्मरणीय अनुभव है जिसे हमेशा के लिए संजो कर रखा जा सकता है। 

ग्रामीण जीवन का अनुभव

खरीदारी

खरीदने वालों की मनपसंद जगह, कुमारकोम आपको अपने जीवंत और हलचल भरे बाज़ारों से सराबोर करता है। वहां से हस्तशिल्प की चीजें खरीदी जा सकती हैं। कुछ खास खरीदारी करनी है तो प्राचीन वस्तुएं, आकर्षक पारंपरिक आभूषण, पारंपरिक हाथ से बुने हुए वस्त्र, कांस्य के दीपक, घरेलू बर्तन, पुराने टेलीफोन, सिक्के और रेडीमेड वस्त्र आप खरीद सकते हैं। कुमारकोम अपने धातु के बर्तन, नारियल के खोल की वस्तुओं, बांस और बेंत के उत्पादों, लकड़ी की नक्काशी, कढ़ाईदार पाइन मैट, ऊंट की हड्डी दांतों की नक्काशी और अन्य हस्तशिल्पों की विविध वस्तुओं के लिए भी प्रसिद्ध है। पर्यटक ताज़े और सुगंधित मसाले भी खरीद सकते हैं जो कुमारकोम की विशेषता है। कुमारकोम मार्केट जाएं तो आप देखेंगे कि वह एक थोक बाजार है और वहां पीतल, जूट और अन्य हस्तशिल्प वस्तुएं मिलती हैं। शहर की सड़कों पर हाथ से बुने हुए कपड़ों के सामान बेचने वाली दुकानों, बारीक कारीगरी वाले हस्तनिर्मित आभूषण और पीतल की मूर्तियां मिल जाती हैं जिन्हें यादगार के रूप में आप वहां से ला सकते हैं।  केरल सिल्क साड़ी और क्लासिक कथकली मुखौटे कुमारकोम के बाजारों की बेहतरीन चीजें हैं और पर्यटक इन्हें खरीद कर घर पर  गर्व से सजा सकते हैं।

खरीदारी

कांटे से मछली पकड़ना

इस क्षेत्र में मछली पकड़ने के लिए सबसे बेहतर जगह है वेम्बनाड झील है, क्योंकि उसका उथला पानी मछली पकड़ने के लिए बहुत ही अनुकूल है। स्वच्छ झील के किनारे बैठो और मछली पकड़ने की  प्रतीक्षा करें। यह भी एक असीमित अनुभव है। पर्यटक छड़ या जाल लगा सकते हैं। कांटे से मछली पकड़ना गांव की एक पारंपरिक गतिविधि है जिसमें बहुत धैर्य की आवश्यकता होती है और साथ ही और तकनीक का उचित ज्ञान होना भी आवश्यक है। केंचुआ का उपयोग आमतौर पर मछली को हुक की ओर आकर्षित करने के लिए चारे के रूप में किया जाता है।

कांटे से मछली पकड़ना

आयुर्वेद चिकित्सा

स्पा और साथ ही आयुर्वेदिक चिकित्सा उपलब्ध कराने वाले स्वास्थ्य केंद्र केरल राज्य के अधिकांश पर्यटक रिसॉर्ट्स का एक हिस्सा हैं। कुमारकोम में कई आयुर्वेदिक उपचार केंद्र हैं जो आगंतुकों को चिकित्सा कक्ष और स्टीम बाथ की सुविधा प्रदान करते हैं। शहर में विशेष योग और ध्यान केंद्र भी हैं जिसमें आयुर्वेदिक डॉक्टर और मसाज करने वाले योग्य कर्मचारी आपकी सारी थकान उतार देते हैं। कुमारकोम आने वाले पर्यटकों के लिए यात्रा के थका देने वाले दिन के बाद औषधीय मालिश लेना बेहद आवश्यक है। मसाज करने वाले विशेषज्ञ वाले आपको शारीरिक और भावनात्मक तनाव से राहत देने के लिए विशेष रूप से तैयार हर्बल तेलों का उपयोग करते हैं। कुमारकोम में एक कायाकल्प करने वाली थेरेपी लेने के लिए मानसून का मौसम संभवतः सबसे अच्छा समय है। आयुर्वेदिक उपचार तनावग्रस्त मांसपेशियों को ढीला करने, विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने और पूरे शरीर को फिर से ऊर्जावान बनाने के लिए जाने जाते हैं।

आयुर्वेद चिकित्सा

कुमारकोम पक्षी अभयारण्य

14 हेक्टेयर में फैला कुमारकोम पक्षी अभयारण्य, कोट्टायम में वेम्बनाड झील के किनारे स्थित है। यह साइबेरिया और हिमालय से बड़ी संख्या में यहां आने वाले प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए पक्षी प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है। अभयारण्य जाने का सबसे अच्छा मौसम जून और अगस्त के बीच का होता है क्योंकि यह आर्द्रभूमि पक्षियों जैसे सफेद इबिस, बगुलों, भारतीय डार्टर और किंगफिशर का प्रजनन काल होता है। जैसे वुड बीटल, लवा, फ्लाईकैचर, तोते, चैती, साइबेरियन क्रेन, उल्लू, पानी की बतखें और जलपक्षी। अभयारण्य देखना है तो नाव पर यात्रा करते हुए देखें, जिससे पानी के आसपास घूमने वाले पक्षियों को करीब से देखा जा सकता है। अधिक व्यापक अनुभव के लिए, पर्यटक केरल पर्यटन विकास निगम (केटीडीसी) के बैकवाटर रिसॉर्ट में पाबांसों पर बने कॉटेज में रह सकते हैं।

पर्यटक वेम्बनाड झील की ओर भी जा सकते हैं, जो केरल की सबसे बड़ी मीठे पानी की झीलों में से एक है। परिवार के साथ पिकनिक मनाने, बोटिंग, कांटे से मछली पकड़ने और आसपास के दर्शनीय स्थलों को देखने के लिए यह एक शांत स्थान है, और यह पक्षी अभयारण्य की आपकी यात्रा के लिए एक आदर्श पड़ाव हो सकता है। 

कुमारकोम पक्षी अभयारण्य