तम्बा पंधरा

मैरिनेटेड मटन के टुकड़ों और विशेष स्थानीय कोल्हापुरी मसालों से तैयार की गई ग्रेवी के साथ, तम्बा पंधरा एक कोल्हापुरी व्यंजन है जिसे ज्यादातर चावल के साथ खाया जाता है।

तम्बा पंधरा

मिसल पाव

मिसल पाव मोठ की दाल से बना एक मसालेदार लजीज व्यंजन है जिसे अंकुरित चने व मूंग के साथ मिलाकर पाव (ब्रेड) के साथ परोसा जाता है।

मिसल पाव

कांधी पेड़ा

खूब कढ़ाए गए दूध, दूध के पाउडर, घी, और चीनी से तैयार किया जाने वाला कांधी पेठा एक मीठा व्यंजन है जो सभी को पसंद आता है।

कांधी पेड़ा

भदांग भेल

महाराष्ट्र के लोगों का एक पसंदीदा नाश्ता है भदांग भेल, जो मुरमुरे से तैयार की जाती है और उसमें प्याज-लहसुन की चटनी, मूंगफली, करी पत्ता, लाल मिर्च, चीनी, नमक और हींग डाला जाता है।

भदांग भेल

वड़ा पाव

बोलचाल की भाषा में वड़ा पाव के रूप में जाना जाने वाला, यह एक प्रकार का भारतीय बर्गर है जिसे उबले हुए आलू भरकर बनाया जाता है। आलुओं को बेसन के घोल में डुबो कर, उसे गोल आकार देते हुए तला जाता है और इसे एक बन ब्रेड स्लाइस पर रखकर परोसा जाता है। यह स्थानीय लोगों और पर्यटकों द्वारा समान रूप से पसंद किया जाता है और महाराष्ट्र के लोगों का तो इसके बिना गुजारा ही नहीं होता है। ऐसा माना जाता है कि इसका आविष्कार अशोक वैद्य ने 1966 में किया था, जिन्होंने मुंबई में दादर रेलवे स्टेशन के सामने एक छोटा सा स्टॉल खोला था। हजारों कर्मचारी अक्सर एक झटपट तैयार होने वाले और सस्ते नाश्ते की तलाश में उनके स्टॉल पर आते थे। जल्द ही, वड़ा पाव न केवल श्रमिकों बल्कि राज्य के अधिकांश लोगों के बीच लोकप्रिय हो गया। आज कोल्हापुर के लगभग हर गली के कोने में वड़ा पाव बेचने वाला खड़ा नजर आता है।

वड़ा पाव