कांचीपुरम से लगभग 70 किमी दूर स्थित वेल्लोर शहरए पलार नदी के तट पर बसा है। यहां का मुख्य आकर्षण वेल्लोर किला हैए जो दक्षिण भारत में सैन्य वास्तुकला का एक शानदार नमूना है। माना जाता है कि यह किला चिन्ना बोमी नायक ;1526.1595 ईस्वीद्ध के शासनकाल में बनाया गया था। यह किला अभी भी एक लोकप्रिय धरोहर स्थल बना हुआ है। किले के अंदर पर्यटक जलकंडेश्वर मंदिर भी जा सकते हैंए जो विजयनगर वास्तुकला की याद दिलाता है। प्रवेश द्वार के बाईं ओर कल्याणमंतापा प्राचीन काल के रचनाकारों की स्थापत्य कौशल का एक और नमूना है। 1928 ईस्वी में निर्मित एवं यहां के बाजार में स्थित घंटाघर ;क्लॉक टॉवरद्धए इस छोटे से दिलचस्प शहर का एक और दर्शनीय स्मारक है।

वेल्लोर का इतिहास काफी समृद्ध है। इस शहर ने 17 वीं शताब्दी में होने वाले कर्नाटक युद्ध में सबसे मजबूत किले की भूमिका निभाई थी। इस प्रकारए यह पल्लवए चोलए नायक और मराठा राजवंशों की शक्ति के साथ.साथ अर्काट नवाबों और बीजापुर सुल्तान राज्यों की शक्ति का गढ़ था। यह शहर सन् 1806 के विद्रोह में यूरोपीय सेना द्वारा किये गये नरसंहार का भी गवाह बनी। वास्तव मेंए इस शहर के स्मारकए फ्रांसीसी सेना और अंग्रेजी सेना के बीच प्रभुत्व स्थापित करने के लिए लड़े गए कई युद्धों की गहरी अंतर्दिष्टि प्रदान करते हैं। ये युद्ध 1749 ईण् में अंबूरए 1768 ईण् में अर्काट और 1768 ईण् में वंदावसी में लड़े गए थे।

अन्य आकर्षण