राज्य के सर्वाधिक प्राचीन मन्दिरों में से एक (2800 वर्ष पुराना) भगवान शिव का सुध महादेव मन्दिर एक लोकप्रिय धार्मिक स्थल है। यह मन्दिर जम्मू से लगभग 120 किमी दूर है और इसमें भगवान शिव, देवी पार्वती तथा भगवान गणेश की मूर्तियाँ हैं। इस मन्दिर में आषाढ़ पूर्णिमा के दिन भारी भीड़ उमड़ती है जिसका लिए प्रतिवर्ष जून महीने में तीन दिनों के लिए एक उत्सव का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर एक मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें आकर्षक नृत्य और संगीत का कार्यक्रम होते है।कहा जाता है कि इस मन्दिर का नाम सुधीत नामक राक्षस के नाम पर पड़ा जो एक बार देवी पार्वती से मिलने आया था। उसे देखते ही देवी पार्वती चिल्ला पड़ीं और इससे क्रुद्ध होकर भगवान शिव ने अपने त्रिशूल से उसका वध कर दिया। बाद में अपनी गलती का अहसास होने पर भगवान शिव ने उसे पुनर्जीवित कर दिया और इस प्रकार उसके नाम पर इस मन्दिर का नाम पड़ा। श्रद्धालु यहाँ पाप नाशिनी बावली नामक प्रसिद्ध झरना भी देख सकते हैं जिसके विषय में मान्यता है कि इससे लोगों को पाप नष्ट हो जाते हैं।

अन्य आकर्षण